हेल्थ केयर से जुड़े 24 सवाल और उनके जवाब : हेल्थ केयर टिप्स

हेल्थ केयर से जुड़े 24 सवाल और उनके जवाब : हेल्थ केयर टिप्स

इस आर्टिकल में जानिए हेल्थ केयर यानि सेहत से जुड़े उन सवालों के जवाब जो आपके मन में उठते रहते हैं। ये जवाब हमने कई हेल्थ एक्सपर्ट से बातचीत के आधार कर तैयार किए हैं | जो निश्चित रूप से स्वास्थ्य प्रति आपके ज्ञान में बढ़ोतरी करेंगे |

हेल्थ केयर टिप्स इन हिंदी

हेल्थ केयर टिप्स इन हिंदी health care tips in hindi
हेल्थ केयर टिप्स

हेल्थ केयर से जुड़ा सवाल – क्या सेंधा नमक खाने से ब्लड प्रेशर कम हो जाता है?

  • नहीं। सेंधा नमक में भी आम नमक की तरह सोडियम क्लोराइड ही होता है। दोनों में फर्क सिर्फ इतना है कि सेंधा नमक समुद्र के पानी को सुखा कर नहीं बनाया जाता, बल्कि उसकी पत्थर की खाने और शिलाएं होती हैं जिनसे उसे खोदकर निकाला जाता है। ये खाने और शिलाएं कुछ खास भौगोलिक क्षेत्रों में कुदरतन पाई जाती हैं।

क्या कोल्ड ड्रिंक की बोतल या कैन मुंह से लगाकर पीने में कोई समस्या है?

  • हां। जब बोतलें और कैन गोदाम में रखे होते हैं, तब यह खतरा बराबर बना रहता है कि बोतल-कैन रोग पैदा करने वाले सूक्ष्मजीवों से दूषित हो जाएं। ऐसे दूषित बोतल-कैन को मुंह से लगाने पर कोल्ड ड्रिंक के साथ-साथ हानिकारक सूक्ष्मजीव भी शरीर में पहुंच जाते हैं। इन सूक्ष्मजीवों में लेप्टोस्पाइरा जैसे घातक बैक्टीरिया भी शामिल हैं।

क्या सेहत के लिए कच्चा दूध उबले हुए दूध से बेहतर होता है?

  • नहीं। कच्चे दूध में अनेक ऐसे बैक्टीरिया उपस्थित हो सकते हैं। जिनके आंतों में पहुंचने से रोग लग सकता है। इन रोगों में आंतों की टी.बी भी शामिल है। उबाल लेने पर दूध में उपस्थित सभी बैक्टीरिया मर जाते हैं और दूध के पौष्टिक गुण भी कम नहीं होते।

फ्रिज के अंदर अंडे कहां रखने चाहिए?

  • उन्हें फ्रिज के दरवाजे में बनी अंडे रखने की ट्रे में बिलकुल न रखें। फ्रिज के इस भाग में तापमान सबसे अधिक होता है। इसलिए उन्हें फ्रिज के ऊपरी ठंडे भाग में रखें, ताकि उनके अंदर कोई रोगाणु न पनप पाए।

क्या भोजन में नमक की मात्रा घटाने पर नया स्वाद जुबान को जिंदगी भर नहीं भाता?

  • बिल्कुल नहीं! अगर यह परहेज लगातार बनाए रखें तो आठ-नौ हफ्तों में जीभ कम नमक के स्वाद की आदी हो जाती है और भोजन दुबारा स्वादिष्ट लगने लगता है। बस, कुछ दिनों तक सब्र करने की जरूरत है।

क्या विटामिन कैप्सूल लेने से शरीर की ताकत बढ़ती है?

  • हर्गिज नहीं! जब तक शरीर में किसी खास विटामिन की कमी ही न हो जाए तब तक विटामिन कैप्सूल लेना न सिर्फ अनावश्यक है बल्कि गलत भी है। सच तो यह है कि कुछ विटामिन जैसे ए, डी, ई और के की मात्रा अगर शरीर में जरूरत से ज्यादा हो जाए तो यह नुकसानदेह साबित हो सकता है।

चाइनीज फूड खाने से कुछ लोगों को सिर में दर्द क्यों हो जाता है?

  • चाइनीज फूड में अक्सर मोनोसोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी) सॉस मिली होती है। कई रोगियों में यही एमएसजी माइग्रेन के लिए दर्द उठाने वाला साबित होता है। शरीर में इस के पहुंचने पर मस्तिष्क की धमनियों में अचानक फैलाव पैदा हो जाता है। नतीजतन उनके साथ चल रही तंत्रिकाओं पर दबाव आ जाता है और सिर में माइग्रेन का तेज दर्द उठ खड़ा होता है।

हेल्थ केयर से जुड़ा सवाल – क्या व्रत-उपवास करना सेहत के लिए अच्छा होता है?

  • नहीं, अगर मिर्गी, माइग्रेन, गाउट या डायबिटीज हो, तो व्रत-उपवास से बचना चाहिए। उपवास से शरीर में आए जैव रासायनिक परिवर्तनों से मिर्गी और माइग्रेन का दौरा आ सकता है, यूरिक एसिड बढ़ने से गाउट बिगड़ सकता है और डायबिटीज में ब्लड शुगर का संतुलन खराब हो सकता है।

बार-बार आइस क्रीम खाने की तलब उठना किस। चीज का लक्षण है?

  • यह तलब बार-बार उठे तो खून में हीमोग्लोबिन की जांच करा लेनी चाहिए। संभव है कि इसका संबंध शरीर में लौह तत्त्व (आयरन) की कमी से हो। यदि जांच कराने पर लौह तत्त्व की कमी की पुष्टि हो जाए, तो डॉक्टरी सलाह से आयरन के कैप्सूल और प्रोटीनयुक्त आहार लें ताकि हीमोग्लोबिन बढ़ सके।

हेल्थ केयर से जुड़ा सवाल – क्या सुबह उठकर जल-क्रिया करना सब के लिए स्वास्थ्यकारी है?

  • यह सच है कि सुबह उठते ही डेढ़-दो लीटर गुनगुना पानी पीने की यौगिक क्रिया कब्ज को दूर करने का आसान उपाय है। लेकिन आंखों में यदि काला मोतिया (ग्लूकोमा) है, हार्ट फेलयर में है या किसी पुरुष का प्रोस्टेट यानी गदूद बढ़ा हुआ है, तो जल-क्रिया करना ठीक नहीं। ग्लूकोमा होने पर आँखों पर दाब अचानक बढ़ सकता है, हार्ट फेलयर में शरीर में पानी बढ़ सकता है और गदूद बढ़े होने पर गुर्दो पर उलट दाब पड़ सकता है।

क्या मीठा खाने से डायबिटीज होती है?

  • ज्यादा मीठा खाने से डायबिटीज नहीं होती। और न ही यह जरूरी है कि जिन्हें डायबिटीज है वे शुगर पूरी तरह बंद कर दें। संतुलित होल ग्रेन, प्रोटीन, हरी सब्जियां, फल और लो फैट फूड लेना चाहिए।

क्या वनस्पति घी का प्रयोग स्वास्थ्य की दृष्टि से अच्छा है?

  • बिल्कुल नहीं! वनस्पति घी का निर्माण वनस्पति तेल के हाइड्रोजनीकरण से होता है। इस से तेल ठोस होकर घी की शक्ल ले लेता है। इस प्रक्रिया में ट्रांस फैटी एसिड बन जाते हैं जो सेहत पर बुरा असर डालते हैं। वनस्पति घी के इस्तेमाल से खून में नुकसानदेह एलडीएल कोलेस्टेरॉल बढ़ने लगता है। धमनियों के अंदर चर्बी जमने से दिल पर बुरा असर पड़ता है।

खाना पकाने के लिए कौन-सा तेल सबसे अच्छा है?

  • बेहतर है कि कोई एक तेल की बजाय कई तेल अदल-बदलकर इस्तेमाल करें। कुछ चीजें सूरजमुखी या करडी के तेल में, कुछ मूंगफली या सरसों के तेल में, और कुछ शुद्ध घी में बनाएं। इससे शरीर में कई वसीय अमलों की अनुपात संतुलित बने रहने में मदद मिलेगी और कोलेस्टेरॉल के नुकसानदेह घटक बढ़ने न पाएंगे।

शराब के हैंगओवर से उबरने के लिए क्या उपाय करने चाहिए?

  • पूरा आराम करें। बिस्तर पर लेटे रहें। खूब मात्र में पानी, सोडा, फलों का जूस और सब्जी या दाल का शोरबा पियें ताकि शरीर में पानी की कुल मात्रा फिर से सामान्य हो सके। कोला ड्रिंक्स, चाय, कॉफी और शराब से परहेज बरतें। सर दर्द से राहत पाने के लिए पेरासिटामोल की 1-2 गोली ले लें।

हेल्थ केयर से जुड़ा सवाल – दूध में कौन-कौन से पौष्टिक तत्त्व होते हैं?

  • दूध प्रोटीन का बहुत अच्छा स्रोत है। यह विटामिन और खनिज भी देता है और इसमें शर्करा और वसा भी होती है। यह शरीर में विटामिन ए, सी, डी, और बी और कैल्सियम और फासफोरस की भरपाई करता है। बस, इसमें लौह तत्व की कमी होती है।

क्या यह सच है कि दूध हर किसी को नहीं पचता?

  • हां, लगभग 50 प्रतिशत एशियाई मूल के लोगों की आंतों में वह जरूरी एन्जाइम नहीं होता जो दूध शर्करा को पचाने के लिए जरूरी है। छोटी आंत की पाचक सतह में रहने वाला यह एन्जाइम लैक्टेज है। इसकी कमी हो तो दूध और दूसरे डेयरी उत्पाद खाने या पीने से कई परेशानियां खड़ी हो जाती हैं। पेट दर्द करने लगता है, गैस बनने लगती है, पेट अफर जाता है, बेचैनी होने लगती है और दस्त भी हो सकते है।

हेल्थ केयर से जुड़ा सवाल – दूध हजम न होता हो तो यह कमी कैसे पूरी की जा सकती है?

  • यह विकार होने पर सामान्य दूध की बजाय सोयाबीन का दूध ले सकते हैं। सामान्य दही लेने से भी कोई परेशानी नहीं होती। ये दोनों ही चीजें प्रोटीन, विटामिन और खनिज के अच्छे स्रोत हैं। दालों, अन्न, मछली, गोश्त और मुर्गे में भी शरीर की प्रोटीन की जरूरत पूरी करने की क्षमता होती है।

हेल्थ केयर से जुड़ा सवाल – कोलेस्टेरॉल शरीर के लिए किस-किस प्रकार से उपयोगी है?

  • सच है कि अकसर खराब समझा जाने वाला कोलेस्टेरॉल शरीर के लिए कई प्रकार से उपयोगी है। शरीर की रचना करनेवाली हर कोशिका की चारदीवारी (सेल मेंबरेन) की रचना इसके बगैर नहीं हो सकती। कोलेस्टेरॉल से बने माइलिन के आवरण से ही तंत्रिकाओं को इन्सुलेशन मिलती है। स्त्र-पुरुष में सेक्स हार्मोन और कार्टिसाल हार्मोन के निर्माण के लिए भी कोलेस्टेरॉल जरूरी है। यह जिगर में बनने वाले पाचक पित्त (बाइल जूस) का भी महत्त्वपूर्ण घटक है।

हेल्थ केयर से जुड़ा सवाल – रक्त जांच कराने पर कोलेस्टेरॉल की स्वस्थ सीमा क्या है?

  • रक्त में कोलेस्टेरॉल का कुल स्तर 180 मिलीग्राम/डेसीलीटर या कम हो, तो अच्छा है। फिर यह जैसे-जैसे बढ़ता है, नुकसानदेह होता जाता है। 200 मिलीग्राम डेसीलीटर से बढ़ कर 250 मिलीग्राम/ डेसीलीटर हो जाए, तो हृदय रोग का खतरा दुगुना हो जाता है।

हेल्थ केयर से जुड़ा सवाल – खून में ट्राइग्लीसराइड का स्तर घटाने के लिए क्या उपाय करने चाहिए?

  • वजन घटाने की पूरजोर कोशिश करें। कम कैलोरी वाला भोजन खाएं और व्यायाम पर जोर रखें। शराब पर पाबंदी लगा दें। चाय-नाश्ते में नमकीन, समोसा, मट्ठी जैसे स्नैक्स लेने की आदत को छोड़ दें। दिन में किसी समय कुछ खाने का मन करे तो फल, कच्ची सब्जियों और सलाद पर जोर रखें। छह महीनों के भीतर ट्राइग्लीसराइड के स्तर में सुधार दिखने लगेगा।

हेल्थ केयर से जुड़ा सवाल – कैल्सियम किन-किन भोज्य पदार्थों में मिलता है?

  • दूध, दही, छैना, पनीर और मक्खन कैल्सियम के सबसे अच्छे स्रोत हैं। आधा लीटर दूध में 600 मिलीग्राम कैल्सियम होता है। कुछ फल जैसे शरीफा और खूबानी, मेवे जैसे खजूर और किशमिश, सब्जियां जैसे शलजम और हरी सरसों, पीने का पानी और अनाज भी शाकाहारियों के लिए कैल्सियम के महत्त्वपूर्ण स्रोत हैं। किंतु मांसाहार से परहेज न हो तो अंडे, मछली, मुर्गे की टांग और बकरे की हड्डियां भी कैल्सियम पाने के अच्छे प्राकृतिक स्रोत हैं।

हेल्थ केयर से जुड़ा सवाल – विटामिन-ए किस-किस भोजन में मिलता है?

  • पीली सब्जियां जैसे सीताफल और गाजर, हरी सब्जियां जैसे बथुआ, पालक, चौलाई और मूली के पत्ते, धनिया, कुछ फल जैसे पपीते, आम और बेर, वनस्पति तेल, दूध, मक्खन, घी या अंडे और समुद्री मछलियों के यकृत विटामिन-ए के प्रमुख प्राकृतिक स्रोत हैं।

हेल्थ केयर से जुड़ा सवाल – आयोडीन खानपान की किन-किन चीजों में होती है? यह शरीर में क्या काम करती है?

  • पीने का पानी, वनस्पतियां, आयोडाइज्ड नमक और समुद्री मछलियां आयोडीन के सबसे अच्छे प्राकृतिक स्रोत हैं। गलग्रंथि आयोडीन से ही थायराइड हार्मोन का निर्माण करती है। शरीर में आयोडीन की कमी होने पर गलगंड (पेंघा रोग, गॉयटर) हो जाता है।

हेल्थ केयर से जुड़ा सवाल – लौह तत्त्व (आयरन) की आपूर्ति के लिए क्या-क्या चीजें खानी चाहिए?

  • हरी पत्तेदार सब्जियाँ, दालें, अनाज, कुछ मसाले जैसे जीरा, अजवायन और धनिया, गुड़, गोश्त और अंडा लौह तत्त्व में धनी होते हैं। इनके सेवन से शरीर में लौह तत्त्व के भंडार सुरक्षित बने रहते हैं, लेकिन हीमोग्लोबिन अगर कम हो जाए तो डॉक्टर की सलाह से कुछ महीनों के लिए आयरन कैप्सूल लिए जा सकते हैं।

अन्य सम्बंधित पोस्ट 

New-Feed

Leave a Comment