किशमिश के औषधीय गुण, फायदे तथा इसे खाने के तरीके

किशमिश एक ऐसा मेवा है, जिसे स्वाद के लिए खाना कई लोग पसंद करते है। किशमिश सूखे हुए अंगूर का दूसरा रूप है। इसमें अंगूर के सारे गुण मौजूद होते हैं। किशमिश लाल और काली दो तरह की होती है। किशमिश हल्की, आसानी से पचने वाली रक्त बढ़ाने का काम करती है। इसमें दूध के सभी तत्त्व मौजूद होते हैं। दूध के अभाव में इसका उपयोग किया जा सकता है। यह दूध से जल्दी पचती है। वैसे तो किशमिश का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा होता है। किशमिश के पानी का भी सेवन किया जाता है जिसमे कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं । तो चलिए आज हम आपको किशमिश और इसके पानी को पीने के कुछ बेहतरीन लाभों के बारे में बताते हैं |

25 ग्राम किशमिश में लगभग 78 कैलोरीज और 0.83 ग्राम प्रोटीन होता है। ये एन्टीऑक्सीडेंट होते हैं। मस्तिष्क कोशिकाओं को ये किसी भी तरह की हानि से बचाए रखते हैं। इसमें विटामिन बी, आयरन और पोटैशियम भी होता है |

किशमिश के बेहतरीन औषधीय गुण तथा फायदे

किशमिश के औषधीय गुण, फायदे तथा इसे खाने के तरीके kismis ke fayde kismis aur shahad
किशमिश
  • बच्चों के नाश्ते में किशमिश को शामिल करें। उन्हें रात को भिगोकर सुबह भी खाने को दे सकते हैं। किशमिश पौष्टिक, रोगनाशक भोजन है यह दिमाग के लिए भी फायदेमंद होती हैं ।
  • दिमागी तरावट के लिए -हरी किशमिश के 40 दाने धोकर सौ ग्राम अर्क गुलाब में रात भर भिगोये रखें। सुबह किशमिश निकाल कर खा लें और ऊपर से गुलाब के अर्क में स्वादनुसार चीनी मिलाकर खाएं। इसे 21 दिनों तक लें |
  • शहद और किशमिश को एक साथ लेने से भी कई बीमारियों से बचाव होता है ।
  • सबसे पहले एक बोतल में 250 मि.ली. शहद लीजिये और इसमें 150 ग्राम किशमिश मिला दीजिये। फिर इस बोतल के ढक्कन को बंद करके 48 घंटे तक यानि दो दिन तक कमरें में रख दीजिये | दो दिनों के बाद यह सेवन करने के लिए तैयार हो जायेगा। इस नुस्खे का सेवन रोज सुबह खाली पेट करें। खाली पेट 5 किशमिश और शहद को चबाकर खाएं और इसे खाने के लगभग 1 घंटा तक कुछ भी न खाएं। इस प्रकार इस नुस्खे का लगातार 1 महीने तक सेवन करें।
  • किशमिश के लाभ ह्रदय के लिए –30 किशमिश धोकर मिट्टी के बर्तन में एक कप पानी में डाल दें। इसमें चने की दाल के बराबर केसर डाल दें। रात को इन सबको भिगो दें। पतले कपड़े से इस बर्तन का मुँह बाँधकर खुले स्थान पर रख दें। सुबह पानी छानकर किशमिश खाकर यह पानी पियें। इस तरह दस दिन सेवन करें। हृदय को बहुत शक्ति मिलेगी।
  • किशमिश के लाभ खून बढ़ाने के लिए –30 किशमिश धोकर 250 ग्राम दूध में उबालकर रोजाना रात को सोते समय सेवन करने से रक्त बढ़ता है। पाचन-शक्ति को बल मिलता है। रक्तचाप कम हो या अधिक, सही स्तर पर बना रहता है।
  • चेचक, खसरा, चिकन पोक्स होने पर 25 किशमिश के एक कप दूध या पानी में उबाल कर किशमिश खायें तथा पानी पियें। लाभ होगा।
  • मुँह में खुश्की या मुंह सूख जाने पर किशमिश खायें।
  • किशमिश के फायदे दाँत और मसूढे के लिए –किशमिश में ऐसे फाइटो कैमिकल्स पाये जाते हैं जो दाँतों और मसूढ़ों को खराब करने वाले कीटाणुओं को बढ़ने से रोकते हैं। किशमिश में पाये जाने वाले फाइटो कैमिकल्स कैविटी और मसूढे के रोगों के लिये जिम्मेदार जीवाणुओं को खत्म कर देते हैं। किशमिश के मिठास से कैविटी (दाँत में छेद) नहीं होते हैं। कैविटी ग्लूकोज यानि शर्करा से पैदा होती है। किशमिश में ओलिएनोलिक एसिड, ओलिएनोलिक अल्डीहाइड, वेटुलिन बैटुलिनिक एसिड और फरफ्युरल पाये जाते हैं जिनके कारण दाँतों में किसी प्रकार का संक्रमण उत्पन्न होने की आशंका नहीं रहती है। इसलिए निश्चिन्त होकर आप किशमिश के लाभ उठायें । किशमिश दाँतों और मसूडो के रोगों में लाभदायक है।
  • कब्ज दूर करने के लिए किशमिश के कुछ दाने पानी में थोड़ी देर तक भिगोकर रखे, इसके बाद इसे पानी से निकालकर खा लीजिए। नियमित रूप से इसका सेवन करने से कब्ज दूर हो जाता है।
  • किशमिश के फायदे रक्तचाप को कंट्रोल करने के लिए – अमेरिकन कॉलेज आफ कार्डियोलॉजी कांफ्रेंस में पेश एक अध्ययन में बताया गया कि दिन में तीन बार मुट्ठी भर किशमिश खाने से बढे रक्तचाप में कमी होती है। इस शोध के पहले परीक्षण में 46 लोगों को शामिल किया गया, जिनका रक्तचाप सामान्य से कुछ अधिक था और जिन्हें उच्च रक्तचाप होने का खतरा भी था। इन लोगों का रक्तचाप 120-80 से 139-89 मापा गया, जो सामान्य से कुछ ज्यादा था। इन लोगों ने जब आहार में नियमित रूप से किशमिश को शामिल किया तो इनके रक्तचाप में 12 हफ्ते में कमी दर्ज हुई।
  • एनीमिया दूर करने के लिए किशमिश के फायदे – किशमिश लेकर सुबह गर्म पानी से धोकर साफ कर लें और फिर उन्हें कच्चे दूध में डूबो दें। आधा-एक घंटे बाद उस दूध को किशमिश सहित उबाल लें। फिर पहले किशमिश को एक-एक कर खा लें और ऊपर से गर्म दूध पी लें। इससे रक्त की वृद्धि होगी।
  • एसिडिटी की बीमारी में किशमिश के पानी का सेवन करें। किशमिश का पानी एसिडिटी को कम करने के लिए फायदेमंद होता है।
  • किशमिश के पानी को पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती हैं इसलिए किशमिश के पानी का नियमीत रूप से सेवन करें |
  • किशमिश के पानी पीने से खून में कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी सही लेवल पर बना रहता है। शरीर में ट्राईग्लिसेराइड्स के स्तर को कम करने में फायदेमंद होता है।
  • टायफयड जैसी बीमारी में किशमिश का सेवन जरुर करें इससे इस रोग से जल्दी ही छुटकारा मिलता है |
  • रक्त की कमी में एक मुट्ठी किशमिश रात को पानी में भिगो दें और सुबह उठकर उस पानी को पीकर भीगी हुई किशमिश को चबाकर खाइए |
  • अण्डकोश वृद्धि–अण्डकोश में पानी भरकर यदि वे फूल जायें तो रोजाना किशमिश खाने से लाभ होगा।
  • किशमिश विटामिन ए, ए-बीटा कैरोटीन और ए-कैरोटिनाइड से भरपूर होता है, जो आँखों की रोशनी को तेज़ करने में मदद करती है, इसके साथ ही किशमिश मोतियाबिंद और आंखों की मसल्स के दर्द में बहुत राहत दिलाता है |
  • किशमिश के सेवन से शराब़ जैसी लत को छोड़ने में मदद मिलती है इसके लिए प्रतिदिन 10 से 12 ग्राम किशमिश शराब छोड़ने के इच्छुक व्यक्ति को खाने चाहिए ।
  • किशमिश के गुण कमजोरी दूर करने में – जिन लोगो को कमजोरी की वजह से अक्सर चक्कर आते हों, या लो ब्लड प्रेशर की शिकायत रहती हों ऐसे में आप 40 दिन तक रोज़ 32 भिगोई हुई किशमिश खाएगें तो इस समस्या से आसानी से छुटकारा पा लेंगे |
  • हड्डियों को मजबूती देने के लिए भी किशमिश के फायदे है इसको खाने से हड्डियां मजबूत बनती है। जिससे घुटनों की समस्या नहीं होती।

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