गुड़ खाने के फायदे तथा इसके बेहतरीन औषधीय गुण

गुड़ खाने से कई फायदे होते है, लेकिन आधुनिक खानपान में इसके लिए ज्यादा जगह नहीं है हालाँकि  गाँवों में आज भी घर-घर में गुड़ खाया जाता है। वहाँ चाय में भी गुड़ डालना बेहतर मानते हैं। आधुनिकता की दौड़ में शहरों ने गुड़ से अधिक चीनी को अपना लिया है। वे इससे लाभ नहीं हानियाँ ही झेल रहे हैं। जहाँ चीनी हमें हर प्रकार से नुकसान पहुँचाती है, वहीं गुड़ हमारे लिए हर प्रकार से हितकारी रहता है। गुड़ जितना पुराना होगा, उतना ही अधिक फायदेवाला है।

चीनी सबसे घटिया मीठा है | पहले के जमाने में तो लोग चीनी से ज्यादा गुड़ ही खाते थे. यदि आप नहीं जानते तो बता दे कि गुड़ और चीनी दोनों ही गन्ने की मदद से बनाए जाते हैं. लेकिन दोनों में फर्क ये हैं कि जब चीनी को बनाया जाता हैं तो गन्ने में उपस्थित आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम, फास्फोरस जैसे पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं. हालाँकि गुड़ बनाते समय ऐसा नहीं होता हैं | जबकि गुड़ में तो इनके अतिरिक्त विटामिन ‘ए’ और ‘बी’ भी पाए जाते हैं | आयुर्वेद के अनुसार, गुड़ खून की कमी होने से बचाता है। यह किसी एंटीबायोटिक की तरह काम करता है। आज हम आपको गुड़ के ढेरों फायदे बताएंगे जिससे आप गुड़ को फिर अपनी डाइट में शामिल कर लेंगे।

गुड़ खाने के फायदे तथा लाभ

गुड़ खाने के फायदे तथा बेहतरीन औषधीय गुण gud khane ke fayde khali pet
गुड़ के लाभ
  • गुड़ पेट से संबंध‍ित कई समस्‍याओं का रामबाण इलाज है. अगर आपको गैस या एसिड‍िटी की श‍िकायत है तो गुड़ खाने से लाभ म‍िलेगा. वहीं, गुड़, सेंधा नमक और काला नमक मिलाकर खाने से खट्टी डकारों से छुटकारा मिल जाता है. भोजन के बाद गुड़ खाने से डाइजेशन अच्‍छा रहता है. गुड़ खाने से भूख भी खुलती है |
  • आयुर्वेद के अनुसार, रोजाना खाली पेट गुड़ खाकर एक गिलास गर्म पानी पीने से पेट में गैस, एसिडिटी, पेट दर्द, कब्ज आदि की समस्या दूर होती है।
  • सोंठ और गुड़ का अच्छा ताल-मेल है तथा गैस की समस्या से छुटकारा पाने के लिए ये दोनों अच्छी भूमिका निभाते हैं।
  • जिन लोगों को दिल की बीमारी है, उन्हें तो गुड़ जरुर खाना चाहिए। यह कमजोर दिल को मजबूत करता है।
  • गुड़ का सेवन, खाँसी, दमा में किया जाता है और यह सर्दी को दूर भगाता है। पेशाब की रुकावटों को गुड़ दूर करता है, हिचकी में आराम पहुँचाता है और जुकाम को भगाता है।
  • कई लोगो को समस्या रहती है कि रोज सुबह उठते ही उनका पेट अच्छे से साफ़ नहीं होता है। इसे हम कब्ज के नाम से भी जानते हैं।ऐसी स्थिति में खाली पेट गुड़ और गुनगुना पानी लेने से लाभ मिलता हैं।
  • खराब खान-पान की वजह से खून में गंदगी हो जाती है, जिससे शरीर को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आपको रोजाना सुबह 1 टुकड़ा गुड़ खाने के बाद गर्म पानी पीना चाहिएं। इससे आपका खून काफी हद तक साफ हो जाएगा।
  • गुड़ आयरन का बहुत बड़ा स्रोत है. अगर खून की कमी है तो रोजाना गुड़ खाने से तुरंत लाभ मिलने लगेगा. गुड़ खाने से शरीर में लाल रक्‍त कोश‍िकाओं की मात्रा बढ़ जाती है. यही वजह है कि प्रेग्‍नेंट महिलाओं को डॉक्‍टर गुड़ खाने की सलाह देते हैं. एनिमिया के मरीजों के लिए तो गुड़ अमृत के समान है |
  • दिन में एक बार शक्कर के स्थान पर गुड़ की चाय पीएं। इससे शरीर में गर्मी बनी रहेगी। यदि सर्दी लगातार बनी हुई है तो गुड़, अदरक और तुलसी के पत्तों का काढ़ा बनाकर पीकर सो जाएं, सुबह राहत महसूस होगी। यह गले और फेफड़ों के इनफेक्शन से बचाता है। साथ ही जिन लोगों में नाक की एलर्जी होती है, उनके लिए गुड़ किसी दवा से कम नहीं है।
  • काफी लोगों को जोड़ों और घुटनों के दर्द का सामना करना पड़ता है। इस परेशानी से बचने के लिए गुड़ और गर्म पानी का सेवन जरूर करें।
  • गुड़ साँस संबंधी रोगों के लिए बेहद लाभदायक माना जाता है। रोजाना गुड़ और गर्म पानी का सेवन करने से ब्रोंकाइटिस (bronchitis) और अस्‍थमा जैसे रोगों से बचा जा सकता है।
  • अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो आपके लिए गुड़, चीनी, शहद तीनों ही चीनी से बेहतरीन ऑप्शन है | अगर आप डायबिटीज के मरीज नहीं हैं तो आपके लिए गुड़ का प्रयोग हमेशा चीनी के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित है।
  • गुड का सेवन जुकाम और कफ़ से आराम दिलाता है. जुकाम के दौरान अगर आप कच्चा गुड़ नहीं खाना चाहते हैं तो चाय या लड्डू में भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं | अगर आपको सूखी खांसी या गले में खराश जैसी समस्याएं हैं तो यह आपको काफी आराम देगा। इसकी वजह यह है कि गुड़ नसों को फैला देता है जिससे रक्त संचार बढ़ता है और साँस की नली को आराम पहुंचता है।
  • यदि किसी को कफ की शिकायत हो, खाँसी से परेशान हो तथा दमा की तकलीफ हो तो उसे डेढ़ तोला गुड़ तथा डेढ़ तोला सरसों का तेल मिलाकर खाने को दें। इससे साँस सरल हो जाएगी। इस उपचार को कुछ दिन लगातार करते रहे।
  • रोजाना गर्म दूध और गुड़ का सेवन करने से शरीर डिटॉक्स होता है, जिससे आप हमेशा स्वस्थ्य बने रहते हैं |
  • बहुत ज़्यादा थकान और कमज़ोरी महसूस करने पर गुड़ का सेवन करने से आपका एनर्जी लेवल बढ़ जाता है, गुड़ जल्दी पच जाता है और इससे शुगर का स्तर भी नहीं बढ़ता |
  • गुड़ आपकी हड्ड‍ियों के लिए भी अच्छा है | गुड़ खाने से हड्डियां मजबूत होती हैं. गुड़ में कैल्‍शियम भी होता है इसके साथ ही साथ फास्‍फोरस भी गुड़ में भरपूर होता है. यह दोनों ही चीजें आपकी हड्डियों के लिए अच्छी हैं. यह भी कहा जाता है कि गुड़ और अदरक को साथ खाने से जोड़ों और घुटनों के दर्द में आराम मिलता है | आयुर्वेद के अनुसार गुड वात नाशक होता है इसलिए हड्डियों से जुडी समस्याओ में गुड-चना खाने की सलाह दी जाती है |
  • ठंड के मौसम में तिल और गुड़ का प्रयोग खून की कमी को दूर करता है। इसके साथ ही हृदय रोग के लिए भी विशेष लाभदायक होता है। तिल में कई न्यूट्रिएंट पाए जाते हैं, जो हृदय रोगियों के लिए काफी लाभदायी होते हैं। तिल में कैंसर प्रतिरोधक क्षमता होती है।
  • गुड़ अच्छी त्वचा के लिए भी फायदेमंद है. त्‍वचा की देखभाल करने के लिए आप अपने आहार में गुड़ को शामिल कर सकते हैं | गुड़ असल में खून साफ़ करने में मदद करता है. यह त्‍वचा को साफ रखने में अहम भूमिका निभाता है. गुड़ शरीर से हानिकारक टॉक्‍सिन बाहर निकालने में मददगार है. इससे आपकी त्‍वचा साफ और स्‍वस्‍थ बनी रहती है. रोजाना गुड़ खाने से मुंहासों से छुटकारा मिल जाता है और चेहरा चमकने लगता है |
  • गुड़ आपके मूड को अच्‍छा बनाने का काम भी करता है. यही नहीं अगर आपको माइग्रेन की श‍िकायत है तो रोजाना गुड़ खाने से बहुत फायदा होगा. नियमित रूप से गुड़ खाने से आपका दिमाग मजबूत बना रहेगा और याद्दाश्‍त भी अच्‍छी रहेगी.
  • गुड़ का सेवन आंखों के लिए बहुत फायदेमंद है. गुड़ खाने से आंखों की कमजोरी दूर होती है | गुड़ आंखों की रोश्‍नी बढ़ाए रखने में बहुत मददगार है |
  • पेट के कृमि को खत्म करना : पेट के कीड़े सारी खुराक को खा जाते हैं तथा शरीर को नहीं लगने देते। यदि कोई भी कृमिनाशक दवा खाने से कुछ घंटे पहले गुड़ खा लिया जाए तो बड़ा फायदा होगा। कृमि आँतों को छोड़कर गड खाने में लग जाएँगे। ऊपर से जब दवा आएगी तो तुरंत मरकर शौच के साथ बाहर निकल जाएँगे व पेट साफ हो जाएगा।
  • महिलाओं के लिए गुड़ खासतौर पर फायदेमंद है। रोज थोड़ी मात्रा में गुड़ खाया जाए तो इससे पीरियड्स के दौरान पेट दर्द और सिर दर्द से निजात मिलती है। जिन लोगों को अस्थमा की बीमारी है, वे गुड़ खाएं, राहत मिलेगी।
  • ठंड के कारण कान में दर्द हो रहा है तो गुड़ में थोड़ा घी डालकर खाएं, जल्द ही फायदा होगा।
  • यदि सर्दी बहुत पड़ने लगे तो थर-थर काँपने की व हीटर, आग के सामने बैठे रहने की बजाए गुड़ और काले तिलों के लड्डू बनाकर रखें। एक सुबह खाएँ, एक शाम को। चाय न पीकर दूध पी लें। सर्दी नहीं लगेगी तथा हमेशा कपड़ों में लिपटे नहीं रहना पड़ेगा। तिल-गुड़ के लड्डू : इन लड्डुओं को खाने से ये लाभ होंगे :
  • दमा ठीक होगा। 2. जुकाम को आराम मिलेगा। 3. खाँसी शांत रहेगी। 4. ब्रोंकाइटिस ठीक होगा। 5. छोटे-मोटे रोग सिर नहीं उठा सकेंगे। 6. कमज़ोर शरीर को शक्ति मिलेगी। 7. सर्दी में भी चलते-फिरते नज़र आएँगे।

गुड़ का सेवन करते समय कुछ सावधानियां भी जरूरी है। जैसे ज्यादा गुड़ खाने से वजन बढ़ सकता है। 100 ग्राम गुड़ में 385 कैलोरी होती है। इसलिए उतना ही सेवन करें, जितना पचा सकें। गुड़ खाने से जाहिर तौर पर शरीर में ब्लड शुगर की मात्रा बढ़ती है। इसलिए डायबिटीज के मरीज सावधान रहें। कई लोगों को गुड़ के कारण पेट में गर्मी हो जाती है और दस्त लग जाते हैं। ऐसे लोग संभलकर ही इसका सेवन करें।

New-Feed

Leave a Comment