टीबी (क्षय रोग) में क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए – टीबी में भोजन

टीबी, Tuberculosis, क्षय और तपेदिक ये सभी एक ही रोग के नाम है | टीबी एक संक्रामक बीमारी है यानि छूत की बीमारी है। पहले टीबी लाइलाज बीमारी मानी जाती थी, लेकिन अब इलाज से यह पूरी तरह ठीक हो जाती है। क्षय रोग मुख्य रूप से फेफड़ों का होता है, लेकिन शरीर के अन्य अंगों में भी क्षय रोग हो सकता है। टीबी का इन्फेक्शन माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस नाम के बैक्टीरिया के जरिए होता है। लगातार और लंबे समय ( करीब छह महीने से एक साल) तक एंटी बायोटिक्स के सेवन से इस बीमारी पर काबू पाया जाता है। टीबी रोग में शुरू में कमजोरी महसूस होती है, फिर भूख घटती जाती है। फिर खांसी, कफ और बुखार भी हो जाते हैं। सिरदर्द, जुकाम और अन्य छोटी बीमारियां भी आक्रमण करने लगती हैं। बाद में कफ के साथ खून भी आने लगता है। कमजोरी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है।

टीबी की बीमारी में लंबे समय तक दवाइयों के साथ-साथ अच्छी खुराक भी जरूरी होती है। टीबी मे आहार की अहमियत इस बात से समझी जा सकती है की इस बीमारी में मौतों का मुख्य कारण मरीजों को उचित पोषक आहार न मिल पाना भी होता है। टीबी में शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होनी बहुत जरूरी होती है और ऐसा सही पोषक भोजन से ही हो सकता है। रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने से बीमारी पर पूरी तरह काबू पाने में मदद मिलती है। टीबी के मरीजों को अपनी डायट का विशेष ध्यान रखना चाहिए इस बीमारी में शरीर को यदि जरूरी खुराक न दी जाए तो एक तो बीमारी को पूरी तरह ठीक होने में बहुत समय लगता है और दूसरे, बीमारी के फिर से पनपने का भी खतरा रहता है।

इसे दूसरी तरह यूं भी कहा जा सकता है कि यदि शरीर को सभी जरूरी पोषक तत्व मिलते रहें तो शरीर में टीबी होने का खतरा भी जाता रहता है यानी शरीर को सभी जरूरी पोषक तत्व देकर टीबी से लड़ा जा सकता है। यदि आप टी.बी का उपचार ले रहे है तो अपने खानपान में बदलाव करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरुर लें | [Tags. TB patient Tuberculosis diet Ideal Nutritional Food Meal chart ]

टीबी के रोगी को क्या खाना चाहिए :

Tuberculosis tb me kya na khaye parhej टीबी (क्षय रोग) में क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए
टीबी मे आहार
  • क्षय रोग में मरीज का खाना हलका, आसानी से पचने वाला तथा अधिक पौष्टिक होना चाहिए।
  • टीबी के रोगी को सब्जी में प्याज, करेला, लहसुन, खीरा, टमाटर, आलू, फूल गोभी,मटर,पालक, लौकी, पालक खाएं। आइये अब विस्तार से जानते है टीबी रोगी की आहार तालिका |
  • मक्खन, मिश्री में मिलाकर सुबह-शाम सेवन करें।
  • नये रोग में एक गिलास गर्म दूध सुबह-शाम पिएं। और टोंड दूध पियें |
  • पुराने चावल, मूंग की दाल, सूजी की रोटी, अरारोट, बाली, जौ आदि नियमित रूप से खाएं।
  • फलों में अंगूर, मीठा संतरा, आंवला, अनार, मीठा आम, केला, सेब, नींबू, नारियल सेवन करें।
  • कमजोरी में शहद, मुनक्का, अखरोट, खजूर, गाजर खाएं।
  • हरी पत्तेदार और फली वाली सब्जियां : टीबी के रोगी को अपने भोजन में पालक और इसी के जैसी हरी पत्तेदार सब्जियां अपने भोजन में जरूर शामिल करनी चाहिए। इससे शरीर को आयरन और विटामिन बी की अच्छी मात्रा मिलती है। इसी के साथ सेम, मटर और अन्य फली वाली सब्जियां भी बहुत फायदेमंद होती हैं। उपाय : कच्ची लौकी को कद्दूकस कर लें। फिर इसे आंच पर बस एक उबाल तक पकाएं। इसके बाद इसमें शक्कर मिलाकर खाएं।
  • फलों में शरीफा और बेरी का सेवन करें : टीबी के दौरान रोगी के शरीर में रोजाना फलों की कम-से-कम दो कप मात्रा शरीर में जरूर जानी चाहिए। फलों के बीच भी कस्टर्ड एप्पल (श्रीफल या शरीफा) और स्ट्रॉबेरी विशेष रूप से फायदेमंद हैं। टीबी बीमारी में कस्टर्ड एप्पल को खाने का तरीका कुछ अलग है। इसमें शरीफा के गूदे को पानी में उबालते हैं और फिर ठंडा करके इसका सेवन करते हैं। रोजाना ऐसा करने से काफी लाभ होता है। सभी तरह की बेरी का सेवन टीबी में अच्छा रहता है। बेरी में पोटेशियम, विटामिन और अन्य जरूरी पोषक तत्व होते हैं, जो बीमारी के खिलाफ लड़ते हैं।
  • साबुत अनाज प्रचुर मात्रा में लें : क्षय रोग में खान पान के डाइट चार्ट के अनुसार रोगी को साबुत अनाज ज्यादा खाना चाहिए। इसके तहत ओटमील (जौ और अन्य अनाजों का दलिया), ज्वार, बाजरा, विभिन्न अनाजों के आटे को मिलाकर बनाई गई रोटियां, होल व्हीट, ब्राउन राइस आदि आते हैं।
  • चिकनाई में जैतून का तेल चुनें : जब चिकनाई यानी तैलीय पदार्थ खाने की बात आती है तो टीबी के रोगी को मक्खन, घी जैसे सेचुरेटिड फैट के बजाय जैतून के तेल जैसे अनसेचुरेटिड फैट का चुनाव करना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि इस तेल में अच्छी वाली फैट होती है। हालाँकि जैतून का तेल उपलब्ध ना होने पर सामान्य घी का भी प्रयोग किया जा सकता है |
  • ओमेगा-3 फैटी एसिड के सेवन पर जोर दें : यह भी अच्छी वाली फैट होती है, जो मछली और उसके तेल, अलसी और उसके तेल, सरसों के तेल, सभी नट्स, जैसे बादाम, अखरोट, काजू, पिस्ता, मूंगफली आदि में पाई जाती है। उपाय : थोड़ी अखरोट की गिरी लें। दो-तीन कलियां लहसुन की लें। दोनों को मिलाकर पीस लें। इस मिश्रण को देसी घी में भूनकर खाएं। ऐसा रोज करें।
  • प्रोटीन: टीबी के दौरान कमजोर शरीर को प्रोटीन देना बहुत जरूरी हो जाता है। इसलिए प्रोटीन के धनी पदार्थ अपने भोजन में शामिल करें। प्रोटीन के लिए मछली, पनीर, दालें, उबले अंडे, सोया और मांस, भी खाएं | अंडा और टीबी को लेकर भी कई लोगो में शंका बनी रहती है लेकिन अगर आप मांसाहारी है और नॉन वेज खाना खाते है तो टीबी रोग में उबला अंडा खा सकते है यह प्रोटीन का अच्छा स्रोत है |
  • टीबी में अंगूर को भी बहुत लाभदायक होता है। रोजाना करीब एक पाव अंगूर खाने से बहुत लाभ होता है।
  • सेब का मुरब्बा रोज खाने से भी टीबी के रोगी को लाभ मिलेगा।
  • बेर या बेरियों को सीधा न खाकर इनका गूदा कुचलकर पानी में उबालें और फिर उसमें शक्कर डालकर खाएं।
  • विशेषज्ञों के अनुसार, यदि केले के तने का रस निकालकर और छानकर 40 दिन तक रोजाना एक कप पिया जाए तो टीबी रोगी को बहुत लाभ होता है।
  • टीबी में लहसुन का सेवन भी बहुत लाभकारी है। यदि एक महीने तक लहसुन की दो-तीन कलियां रोज सुबह कच्ची ही चबा ली जाएं तो रोग शरीर से पूरी तरह निकल जाएगा। जानिए – लहसुन खाने के फायदे और 14 बेहतरीन औषधीय गुण
  • रोजाना लहसुन के रस के साथ शहद मिलाकर चाटने से भी लाभ होगा।
  • दूध को पीने से पहले चार-पांच कलियां लहसुन डालकर उबालें। उबलने के बाद दूध को छानकर पीएं।

टीबी रोग में खानपान के ये विशेष उपाय भी करें :

  • रोजाना दूध के साथ गुलकंद खाएं।
  • विटामिन डी के लिए टीबी रोगी को धूप में जरुर बैठना चाहिए |
  • दूध में बकरी का दूध विशेष लाभ देगा। रोजाना आधा लीटर बकरी के दूध में आधा चम्मच सौंठ डालकर और गर्म करके पीएं।
  • चार-एक के अनुपात में मक्खन और शहद लें और दोनों को मिलाकर रोज सुबह खाएं। घी नहीं मक्खन होना चाहिए |
  • रोजाना कच्चा नारियल खाने से भी टीबी रोगी को लाभ होता है।
  • एक पाव बकरी का दूध लें। लहसुन की चटनी बना लें। थोड़ा-सा नारियल कस लें। अब तीनों को मिलाकर इनका हलवा बनाएं और सेवन करें।
  • खजूर, छुहारे, नारियल का रोजाना सेवन करें।
  • पानी आर.ओ से फ़िल्टर किया हुआ या उबला हुआ ही पियें | भारी मेटल वाला कुँए, नदी या हैण्ड पंप से निकला हुआ पानी सीधे ना पिए

टीबी में क्या नहीं खाना चाहिए : क्षय रोग में परहेज

  • टीबी में ऐसा भोजन नहीं होना चाहिए, जो मुश्किल से पचे, क्योंकि ऐसा भोजन एसोडिटी पैदा कर सकता है और श्वसन-तंत्र की गड़बड़ी को और बढ़ा सकता है।
  • तंबाकू का सेवन (बीड़ी, सिगरेट, हुक्का, गुटखा आदि) हानिकारक होगा।
  • शराब का सेवन नुकसान करेगा। टीबी के इलाज के लिए ली जाने वाली कुछ दवाइयों से शराब पीने की स्थिति में लिवर को नुकसान की आशंका बहुत बढ़ जाती है। याद रखें शराब का सेवन जानलेवा होगा यदि आप टी.बी के इलाज के दौरान शराब पियेंगे तो |
  • चाय, कॉफी और कैफीन वाले अन्य पदार्थों का सेवन भी कम-से-कम करें।
  • रिफाइंड उत्पादों का सेवन भी कम-से-कम करें। इनमें चीनी, पास्ता, सफेद ब्रेड,पीज्जा, बर्गर, मैगी और सफेद चावल विशेष रूप से शामिल हैं। यह भी पढ़ें – T.B के कारण, लक्षण, प्रकार और बचाव की जानकारी
  • हाई फैट, हाई कोलेस्ट्रॉल वाले रेड मीट जैसे भोजन से परेहज करें।
  • ठंडे, चटपटे, तले भुने तेल में फ्राई किये गए पदार्थ न खाएं। ज्यादा मिर्च-मसालेदार आहार भी न खाएं।
  • बासी अन्न और साग-सब्जी का सेवन न करें।
  • अचार, खटाई, तेल, घी का अधिक सेवन करने से बचें। सिर्फ सयंमित मात्रा में ही लें |

टीबी या क्षय रोग इन बातों का भी जरुर रखें ख्याल :

  • टीबी को दूर करने वाली कुछ दवाइयों को खाने से भूख में कमी आती है, जी मिचला सकता है और पेट में भी दर्द होता है। आखों से देखने की क्षमता पर भी असर पड़ सकता है। इन साइड इफेक्ट से घबराकर दवाई बिल्कुल न छोड़ें। इसके बजाय इन सारे या किसी एक दुष्प्रभाव के बारे में अपने डॉक्टर को बताएं।
  • पौष्टिक भोजन किसी भी प्रकार से न छोड़ें। जिस प्रकार भी आपको अच्छा लगे, शरीर को भरपूर खुराक दें। एक बार में ज्यादा न खाकर कई-कई बार थोड़ा-थोड़ा खाएं, जिससे भूख कम लगने पर भी जरूरी पोषक तत्व शरीर में जाते रहें। दो भोजन के बीच में ज्यादा कैलोरी वाले प्रोटीन शेक का इस्तेमाल करें। पेट ठीक महसूस न हो रहा हो तो पुदीना या अदरक की चाय पीएं।
  • रोज सुबह के समय नंगे पांव घास पर टहलें। बीमारी की हालत में स्कूल या ऑफिस न जाएं।
  • खांसते या छींकते समय मुंह पर रुमाल रखें। हवादार और अलग कमरे में लेटें। सूरज की रोशनी टीबी के मरीज के लिए बहुत जरुरी होती है |
  • अपने डॉक्टर से टीबी के दौरान बरती जाने वाली अन्य सावधानियों के बारे में पूछे और उन पर अमल करें, ताकि आपके जरिए दूसरे लोग इस बीमारी की चपेट में न आने पाएं।

टीबी रोगियों के कुछ आम सवाल और उनके जवाब

सवाल : क्या टीबी के हर रोगी से रोग दूसरों में फैल सकता है?

जवाब : नहीं। टीबी फैलने का डर सिर्फ उन रोगियों से होता है जिनके फेफड़े में टीबी से बड़े-बड़े जख्म बन जाते हैं और असंख्य टीबी बैक्टीरिया इन जख्मों में पनप रहे होते हैं। रोगी के खांसने, छींकने, थूकने, सांस छोड़ने पर ये बैक्टीरिया हवा में फैल जाते हैं और दूसरों के फेफड़ों में पहुंच रोग पैदा कर सकते हैं।

सवाल : दवा शुरू करने के कितने दिन बाद टीबी के रोगी से टीबी फैलने का डर खत्म हो जाता है?

जवाब : दवा शुरू करने के 72 घंटों के भीतर ही रोगी के फेफड़े में पल रहे। माइकोबैक्टीरिया तेजी से मरने लगते हैं। तीन हफ्ते बीतते-बीतते शरीर के भीतर माइकोबैक्टीरिया की आबादी इतनी कम रह जाती है। कि टी.बी फैलने का खतरा बिल्कुल खत्म हो जाता है।

सवाल : टी.बी का पूरा इलाज लेने के बाद भी क्या यह रोग फिर से हो सकता है?

जवाब : टी.बी के फिर से होने की आशंका उन्हीं लोगों में अधिक होती है जो इलाज बीच में छोड़ देते हैं। इलाज पूरा लिया जाए तो टी.बी की रिलेप्स दर 2 प्रतिशत से भी कम है। यह पुनरावृत्ति अगर हो तो इसकी सबसे अधिक संभावना इलाज पूरा होने के पहले या दूसरे साल में होती है।

सवाल : टी.बी-रोधक रिफेम्पिसिन दवा सुबह-सुबह खाली पेट लेना क्यों जरूरी है?

जवाब : सुबह-सुबह खाली पेट लेने से रिफेम्पिसिन आंतों से बेहतर जज्ब होती है, खून में यह पूरी उपयुक्त मात्रा में पहुंचती है और रोगी को उसका पूरा लाभ मिलता है। नतीजतन यह पूरे जोर-शोर से शरीर में छुपे टीबी बैक्टीरिया का सफाया कर पाती है। टीबी पर जीत हासिल करने के लिए इसीलिए इस डॉक्टरी सलाह का पालन करने में ही समझदारी है।

सवाल : एम.डी.आर टी.बी क्या है?

जवाब : मनुष्य में फैलते-फैलते टी.बी-कारक माइकोबैक्टीरिया की कई ऐसी नई नस्लें उपज आयी हैं जिनकी संरचना साधारण माइकोबैक्टीरिया की बनावट से अलग है। उन पर सामान्य टीबी-रोधक दवाएं असर नहीं कर पातीं। ऐसे माइकोबैक्टीरिया से उपजी टीबी मल्टी-ड्रग रजिस्टेंट होती है, जिसे संक्षेप में एमडीआर टीबी कहते हैं।

सवाल : टी.बी-रोधक आईएनएच दवा के साथ विटामिन बी, की गोली लेना क्यों जरूरी है?

जवाब : आईएनएच (आइसोनायजिड) लेने से शरीर में विटामिन बी की कमी आ जाती है। रोजाना विटामिन बी उर्फ पिरीडॉक्सिन की गोली लेने से इस कमी की भरपाई होती रहती है और शरीर स्वस्थ रहता है। चोकर वाला आटा, भूसी वाले चावल, अंकुरित दालें, सब्जियाँ और गोश्त भी विटामिन बी के अच्छे स्रोत हैं, जिनके नियमित सेवन से यह पूर्ति की जा सकती है।

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61 thoughts on “टीबी (क्षय रोग) में क्या खाना चाहिए क्या नहीं खाना चाहिए – टीबी में भोजन”

    • जीत जी,
      आप सीमित मात्रा में गुड का सेवन कर सकते है, यदि आपको मधुमेह नहीं है तो | अगर आपको टी.बी के साथ-साथ शुगर की बीमारी भी है तो चिकित्सक से पूछकर की अपना आहार निर्धारित करें |

    • Hiiiii mam, I m sam, mujhe tb gold bone positive hai, left leg me, mujhe chalne me bahut dard hota hai, Dr ne operation ke liye bola hai, kya ye medician se sahi nhi ho sakta, please mujhe medician batayiye, thanks a lot mam.

    • श्रीमान आप टीबी जैसे गंभीर रोग का उपचार स्वयं नहीं कर सकते है | आप चाहे तो किसी दूसरे डॉक्टर से अपनी जाँच करवा ले |

    • Dear Owner of website, I’m doctor (MD, Medicine) by profession & read most of your diet based artical. My request you to prepare a diet plane for TB, UTI, & Aathma patient. It would be a great help because we don’t have time to prepare as you know our problems very well because you also face the same.

  1. Mam tv ki bimari me 9 monthly regular dava khaya lekin fir se ho gaya kahi ye karan tho nahi koi postik fal n khane se ya bister n change karne ki wajah hai lekin dawa chhodne je 4 month ke baad hua hai

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    • रंजीत जी ऐसा हो सकता है सही खानपान का टी बी के मरीजो के लिए बहुत महत्त्व है | फिर अपना उपचार करवाएं | टी बी रोग के इलाज और सावधानी से जुडी जानकारी के लिए यह पोस्ट पढ़ें – http://healthbeautytips.co.in/tb-ke-lakshan-karan-types-bachav/

  2. mam,मुझे टीबी है और दवा सरकारी हॉस्पिटल से चल रही है पर दो महीने हो गए लेकिन खाँसी और बलगम आ ही रहे है। दवा छः महीने खाना हैं। क्या यह छह महीने में टिक हो जाएगा।

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  3. Me 2 manth se tb ki daba khaa raha hun balgam ki janch karai usme negativ aaya lekin doctar x x rey dekhne ke baad bata rahe the ki ess mei tb hei esaa kiu pls ans me

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    • चिकित्सक के कहे अनुसार पूरा इलाज का पूरा कोर्स करें, टी.बी की बीमारी पूरी तरह ठीक होने के बाद भी फिर उभर सकती है पढ़ें यह पोस्ट -http://healthbeautytips.co.in/tb-ke-lakshan-karan-types-bachav/

    • रोहित जी,
      टी बी का डॉट्स इलाज बहुत प्लानिंग के साथ बनाया गया है, इसमें खानपान भी डॉक्टर की एडवाइस से ही खाना चाहिए और कोई भी दवा या कैप्सूल बिना डॉक्टर की सलाह के बिलकुल नहीं खाना चाहिए | टीबी में बिना शारीरिक जाँच किये किसी भी एनेर्जी कैप्सूल को लेने की सलाह नहीं दी जा सकती है | इस पोस्ट को पढ़ें इसमें काफी विस्तार से बताया गया है – http://healthbeautytips.co.in/tb-ke-lakshan-karan-types-bachav/

    • राजेन्द्र जी,
      डॉट्स के इलाज में शराब पीने से जानलेवा रिएक्शन हो सकता है | इसलिए शराब या बीयर का सेवन बिलकुल नहीं करना चाहिए | गुटका भी सेहत के लिए हानिकारक है |

  4. Mujhe foran Jana h kya m ja Sakta hu hi .kuch Saal pahle TB thi pr aaj bhi jb m t b gold test karwata hu to report postive hi aati h ..m kya kru ..Mene 6 mahene ki treatment pure ache tareke se ki thi ..pr aaj bhi Kabhi Kabhi bahut paresani Hoti h ..oor chest m dard oor khashi Hoti h

    Reply
  5. Mere friend ko mdr tb hai 9 /10 tk dawa bhi kha chuka hai abhi ek mah pahle llp test pta nhi hota hai krwane diya gya hai q k uska culture report possitiv hi aa raha tha aur doctor sahab ne kaha hai k report aane tk jaise dwai le rahe the lete rhen per abhi kuchh din se zyada tension lene ki wajah se uska dimagi santulan bigar sa gya hai kisi k pass koi jankari h to mere email per msg kren

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    • परवेज जी,
      आप अपने दोस्त को किसी मनोरोग विशेषग्य (Psychologists) को दिखाएँ | कई बार डर या सदमे से ऐसी समस्या आ जाती है इसका इलाज संभव है | यह पोस्ट पढ़ें इसमें जानकारी दी गई है http://healthbeautytips.co.in/mansik-rog-ke-lakshan-karan-types/

  6. Meri wife tb uski age 20 or uska ilaaj karib 10.12 Dino see chal raha h tb ka per wo khati piti nhi h or Jo khati wo ulti ker deti h. usko ESA kiyu ho raha h .or itni patli hogai h ki lagta kuch ho najaye. usko pet me gaath h dr kahta h ye tb h kiya ye tb h or ye kab tak thik hogi khilaya jaye rogi ko

    Reply
    • पवन जी,
      टी.बी की दवाएं थोड़ी स्ट्रोंग होती है इसलिए कमजोर मरीजो को समस्या आती है यदि आप अपने वर्तमान डॉक्टर से संतुष्ट नहीं है तो तुरंत किसी दुसरे डॉक्टर या अस्पताल में दिखाएँ यदि मरीज का शरीर खाना पीना स्वीकार नहीं कर रहा है तो उन्हें भर्ती करके इलाज करवाना ही ठीक रहेगा | नहीं तो कमजोरी बढती जाएगी |

  7. Mene 31.1.2018 ko Gale me ot karvaya jiss me bayopsi report me t b aai me 2 mahino se t b ka titment me raha hu Lekin fir se gathe ban rahi he.

    Reply
    • देवेंद्र जी,
      टी.बी कई बार पूरा इलाज करवाने के बाद भी फिर से उभर आती है, ऐसा अक्सर सही तरीके से दवाई का सेवन ना करने से या रोग की इस रोग की प्रकृति के कारण भी ऐसा हो सकता है | हौसला रखें और फिर से इलाज शुरू करवाएं | यह पोस्ट पढ़ें इस विषय पर बताया गया है – http://healthbeautytips.co.in/tb-ke-lakshan-karan-types-bachav/

  8. Muje tb ki bimari he ,boold or suputom negative aaya he lekin chest X Ray me pani he .pahle 1 mont . टिबी
    Ab do mahenese sarkar dots dava le raha u ulti khasi kam hui he lekin chest ka pani nahi kam huva he or dava bhi regular kahta hu mera pani kab kam hoga bataey tin bar xx ry kiya lekin utnahi he or mai medicine company ne mai kam karta hu uska to asar nahi he.

    Reply
    • अमोल जी,
      इसे समस्या को Tuberculous pleural effusions कहते है | टी.बी में बहुत कम लोग इससे प्रभावित होते है इसके लक्षण एक सप्ताह से लेकर एक महीने तक रहते है | आप अपना इलाज जारी रखें और अपने डॉक्टर पर पूर्ण विश्वाश रखे आप जल्द ही स्वस्थ हो जायेंगे |
      धन्यवाद

  9. MERE BHAI KO RID KI HADDI MAI TB HI OR WO 70 DINO SE MEDICINE KHA RAHE HAI BT 20% ARAM TO HUA SURU MAI LAKIN DARD ABHI BHI TANGO MAI REHTA HAI wo kab tk thk honge

    Reply
    • यतेन्द्र जी,
      इसमें थोडा समय लगेगा और यह समय कितना लगेगा यह कई बातों पर निर्भर करता है जैसे मरीज की सेहत, दवा लेने और भोजन में संतुलन आदि |

    • शिवांग जी,
      टी.बी में बैड रेस्ट जरुरी है लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है की आप कुछ कदम टहल ना सके |

  10. मैरा नाम राहुल है मै एम डी र का मरीज़ हूँ मैंरा इलाज एक साल से चल रहा है छ महीने में मेरी तबीयत में काफी सुधार आया लेकिन अब फिर तबीयत बिगडी हे क्या में ठीक हो जाएगा

    Reply
    • राहुल जी अपना इलाज जारी रखें इसमें इलाज थोडा मुशकिल और लंबा चलने वाला होता है लेकिन आप ठीक हो जायेंगे |

  11. Mujhe MDR TB (Rifampicin Resistance low) ho gya hai, jiska treatment 3 din se chal raha hai, medicine lene ke bad bahut chakkar aata hai aur khujli bhi ho rha hai. Koi upay btaye jisse ye problem na ho. Aur ye bhi btaye ki kya mai puri tarah Thik ho paunga ya nahi.

    Reply
    • बिपिन जी,
      ये सब लक्षण दवा के साइड इफेक्ट्स है आप अपने चिकित्सक के बताये अनुसार दवाई का सेवन नियमित रूप से करें आप जल्दी ही ठीक हो जायेंगे | ऐसी बिमारियों का इलाज एक खास योजना के अनुसार पहले से ही निर्धारित होता है इसलिए अपने चिकित्सक पर भरोसा रखें और उनकी सलाह का पालन करें |

  12. HI, Mere brother ko chest m TB h. usko 15 din hue h dawai suru kare . nut wo subha Rifampicin goli kahli pet khata h uske baad use bahut neend aati h . 7 se 8 ghante sota h usko khane k bad. aur use reed ki hadi m bahut dard rehta h. 2 mint k liye bhi baith nahi sakta . Please Advise me . what I Do For this

    Reply
  13. T.b. Ki vajah se xray me chest me daag aaya hai t. B. Ki medicine to dots ki chal rahi hai magar jo lungs me daag aaya hai uska ilaaaj kese hoga please help me

    Reply
    • सागर जी,
      इस दाग की जाँच एक बार कैंसर के संदर्भ में भी करवा ले |

  14. Mene 6 mahine ka course kiya khasi balsam ab nhi ata but mujhe agar conferm krna ho ki me thik hu to kese pta lgega
    Kyonki me apni body banane ke liye dight le rha hu pls reply

    Reply
  15. Sir mera sawal Hai ki Meri patni ko TB Hai mujhye 4 din pahlie janch karne se pata chala. ..
    Sir sawal Hai kee kya Wife se Sex karne se Hota HAI??????

    Reply
  16. muje Pet Ki Tb He, 3 Mahine Se ilaz Chal Raha he,2nd month me mera weight bad gaya tha 50,lekin 3rd month me firse 47 ho gyaa, kya thik nahi ho pavuga? muje nind nbhi nahi aati he

    Reply
    • विपुल जी अपने खानपान पर ध्यान दें | ऐसी समस्याओ के समाधान के लिए अपने डॉक्टर से ही संपर्क करें क्योंकि बिना जाँच परिक्षण के ऑनलाइन सलाह नहीं दी जा सकती है|
      धन्यवाद !!

  17. नमस्कार,मैं TB का मरिज हुं ,मुझे स्वांस लेते समय छिने में और बाएं फेफङे में दर्द होता हैं ,शुरुआत में यह बहुत अधिक था,इसके लिए X-RAY करवाया पर उसमें कुछ Clear बता नहीं चला फिर मैंने CT scan करवाया उसमें थोङा सा कफ हैं,एसा बताया पर blood report nagativ aa rha hai. DR.ने 6 महिने का इलाज दिया हैं, 5 महिने हो गए हैं दवा लेते हुए जिससे 85% अच्छा महसूस कर रहा हूँ,लेकिन अभि भि जब छिंक आती हैं तब थोङा दर्द होता हैं,पर वजन 49 से 50 KG hua hai.उसके बाद में नहीं बढ रहा हैं,

    Reply
  18. Madam muje tb ki gardan me ganth he, meri dava chal rahi he, meri jo ganth he vo thodi pighal rahi he, or Dr. Muje surjury Karen ko kehe rahe he to kya karu, madam, ye jo tb ki ganth he wo pighal na achha rahega ke nikal na achha rahega, jo ye pighal jati he to, body me koi nukshan to nahi hoga na, pls advice me

    Reply
    • दीप्ति जी किसी दुसरे डॉक्टर से चैक करवा लीजिये यदि आपको कोई शंका है तो | ये रोग बहुत गंभीर होते है बिना जाँच के कोई सलाह नहीं दी जा सकती है |

  19. Namaskar mera nam nitesh hai Mere Dono ghutne mein bahut jyada dard ho raha hai 6 mahine se doctor ne haddi Mein TV bataya hai kya haddi mein TV ho sakta hai aur kya mai thik ho sakta Hoon

    Reply
    • नितेश जी,
      हड्डियों में टी.बी Bone tuberculosis हो सकती है | इसका इलाज भी संभव है |

  20. Sir mere papa ko tv h 3 month se dbai le rahe h pr unka pet drd nhi thik ho rha or bukh bhi nhi lgti dbai lene pr unko bhut tklif hoti h sir plz reply

    Reply
  21. Mam me t b ke dava kha kha raha hu lekin me ethambutol teblet me khana khane bad khata hu me sahi se leta hu aap batao mam

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    • डॉट्स की दवाइयों के विषय में आपको अपने डॉक्टर की सलाह अनुसार चलना चाहिए ये चीजे कई बार मरीज के स्वास्थ्य के अनुसार बदल भी सकती है |

  22. Mem meri pasli main pani far gya tha or doktar ne ak injeksan nikala tha bs or 10 din ki dba thi thi or main thik hi gya pehle dard hota tha ab band ho gya or wet bad gya ab mera wet 60 kg hi gya or doktars ने बोला है कि टीवी के बाजए पानी भर गया था दबा खाना होगा अब मैं दबा खाये या नहीं

    Reply
  23. Mam Meri didi ko mdr tb hai 15 dino se sarkari ilaz aur dava chal Raha hai lekin jyada aaram nahi hai dava aur Khana khane ke bad ulti ho jati hai dava Puri tarah pach nahi rahi hai upay batayen.

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  24. मेडम मेरे पापा को टीबी है टीबी की वाजा से उनके फेफड़े मे दाग ओर फेफ़ड़े के पास शादा था पर अबीह फेफ़ड़े का कलर हारा हारा हो गया है ओर मेरे पापा टीबी की इलाज बीह करा रहे है. पर उसे डर होगया है कि मे दावा ओर खाना खाऊँगा तो उल्टी हो जाएगा ओर उलटी मे ब्लड बीह अता है अबीह डॉक्टर जी उनेह नींद की सुई दे कर सुला के रखता है ओर शुगर बीह हमेशा 300 प्लस रहाता है ओर मेरे पापा बाजार की पकोडी ओर कचोरी खाने के लिए माँगते है. मे बहुत कंफ़ुज हूँ कि उसे टीबी बीह है ओर शुगर बीह है तो हम फल मे ओर खाने मे किया किया खिलाये (8271842508)

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  25. Namaskar nam mere kulhe mei tb hai maine 2baar mri karwaaya or biopsy me bhi tb bola doctor ne
    Mam mei kab tak chal sakta hoon or tb ki dawai kab asar dikhana shuru karti hai or kya dawai ki dose kam hogi kuch samay ke baad

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