जॉगिंग करें फिट रहें – Jogging Tips

ज्यादातर लोग कम खाने-पीने तथा समय से उठने-जागने को ही फिट रहने की गारंटी समझते हैं। यह सोच ठीक नहीं है। फिट रहने के लिए व्यायाम और जॉगिंग करना अति आवश्यक है, हालांकि अधिकतर व्यायाम ऐसे होते हैं जो ज्यादा उम्र के स्त्री-पुरुष नहीं कर सकते, लेकिन धीमी गति से जॉगिंग करना और  एक ऐसा व्यायाम है जो सभी व्यक्ति कर सकते हैं। पैदल चलने के फायदे बहुत होते हैं , यह भी फिट रहने के लिए एक ऐसा व्यायाम है, जिसमें न तो किसी चीज की आवश्यकता पड़ती है और न ही अधिक परिश्रम की आवश्यकता है। आप किसी भी उम्र के हों, पैदल चलना आपकी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन सकता है।

जॉगिंग करने के कई फायदे हैं, जिसका सबसे ज्यादा फायदा है अच्छी सेहत पाना। जॉगिंग से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य ही प्राप्त होता है,अपितु आपका सौंदर्य भी बरकरार रहता है। ज्यादातर लोग अपने को फिट बनाए रखने के लिए खाना छोड़ देते हैं या अपराध बोध से ग्रस्त हो जाते हैं, जैसे कि उन्होंने कितना खा लिया? इस प्रकार का अपराध बोध उनके लिए हानिकारक भी सिद्ध हो सकता है। आप जितना ज्यादा व्यायाम करेंगे , उतना ज्यादा खा सकते हैं और अपराध बोध से मुक्त हो सकते हैं| जॉगिंग आपको मानसिक शांति प्राप्त होगी और आपकी मांसपेशियों को भी मजबूती मिलेगी। Walking से का एक फायदा यह भी है कि आप अपने की प्रसन्नचित्त महसूस करेंगे। जॉगिंग से पूर्व  कुछ तैयारियां और सावधानियो रखनी आवश्यक है। जो नीचे बताई गई हैं |

सबसे पहले जानेंगे जॉगिंग के फायदे /Health benefits of Jogging and walking.

जॉगिंग करें फिट रहें Jogging and Walking tips
Jogging and Walking tips
  • जॉगिंग करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में बढ़ोतरी होती है |
  • जोगिंग से शरीर में रक्त संचार बढ़ता हैं तथा सभी अंगो तक ऑक्सीजन युक्त रक्त भरपूर मात्रा में पंहुचता हैं |
  • हर रोज़ जॉगिंग करने से बॉडी में नई ऊर्जा का संचार होता हैं |
  • नियमित रूप से जॉगिंग करने से शरीर की मांस पेशियाँ मजबूत होती हैं तथा आपके शरीर के जोड़ भी मजबूत होते हैं |
  • नियमित जॉगिंग से कैलोरी बर्न होती हैं और मोटापा तथा अन्य कई रोगों से मुक्ति मिलती हैं |
  • जॉगिंग करने से अच्छी नींद आती हैं | फेफड़ो को मजबूती मिलती है और साँस सम्बंधित बीमारियों से बचाव होता है |
  • जॉगिंग और सैर करने से शरीर में इन्सुलिन बनने की प्रक्रिया में सुधार होता है जिससे ब्लड शुगर काबू में रहता है इसलिए Diabetes के मरीजो को रेगुलर Walk करने की सलाह दी जाती है |

 जॉगिंग या सैर करने से पहले यह ध्यान रखें / Caring Tips and correct method for  Walking & Jogging.

प्रारंभ में धीरे-धीरे चलना शुरू करें, फिर अपनी रफ्तार बढ़ाते जाएं।

जॉगिंग पर जाने से पहले और बाद में एक गिलास पानी अवश्य पीएं। या हल्के गर्म पानी में नींबू का रस थोडा सा काला नमक और एक चमम्च शहद (Honey) मिलाकर पियें इससे सैर के दौरान और बाद में थकावट महसूस नहीं होगी और पसीना निकलने से जो पानी की कमी होती है वह भी पूरी हो जाएगी |

जरूरत के अनुसार अपनी चाल तेज करें, इतनी भी न करें कि सांस फूलने लगे। पर हाँ , इतनी गति अवश्य रखें की पसीना आ जाये |और एक बार पसीना आने के बाद अपनी गति को धीमा कर दें |

तेज गति से जॉगिंग करने से शरीर में अतिरिक्त चर्बी कम होने लगती है और ह्रदय की धड़कन में सुधार होने लगता हैं |

जागिंग करते समय दबाव हाथो , पैरों और बाजू व् कंधो पड़ना चाहिए जैसे की आप पंजो के बल भाग रहे हो पर अपनी चाल को धीमा रखे |

शुरू में हफ्ते में तीन बार कम-से-कम तीन किलोमीटर तक पैदल चलने की योजना बनाएं।

कोई भी व्यायाम या जॉगिंग प्रदूषण-युक्त वातावरण में नहीं किया जाए तो फायदेमंद होगा अगर प्रदूषित वातावरण में जागिंग करेंगे तो उल्टा नुकसान ही होगा क्योंकि सामान्य अवस्था के मुकाबले दौड़ते भागते समय हमारे फेफड़े ज्यादा हवा खींचते हैं, और अगर धुए या प्रदूषण वाली हवा अंदर जाएगी तो नुकसान ही होगा |

सैर करते समय गहरी साँस लें |

जॉगिंग करने के लिए किसी खास उपकरण की आवश्यकता नहीं होती, केवल एक जोड़ी आरामदेह जूते की और एक जोड़ी आरामदायक पोशाक ही चाहिए ।

सुबह की सैर तेज गति से होनी चाहिए और रात को खाना खाने के बाद धीरे-धीरे टहलना चाहिए |

प्रतिदिन सुबह नंगे पांव घास पर चलने की आदत डालें। नंगे पैर जमीन पर चलने से बॉडी पोश्चर ठीक रहता है और शरीर में ब्लड सर्कुलेशन भी बढ़ता। इससे आपकी कमर भी हमेशा सीधी रहती है। इस तरह चलने का संबद्ध एक्‍यूप्रेशर के सिद्धान्त पर आधारित होता है इससे पैरों के तलवो के विभिन्न पॉइंट्स पर सीधे दबाव पड़ता हैं |

प्रात: काल एक गिलास नींबू (Lemon) पानी पीएं। समय पर सोएं और समय पर उठे। आपको राहत महसूस होगी। यह भी अवश्य पढ़ें – जानिए | ट्रेडमिल मशीन पर दौड़ने के फायदे Treadmill benefits

जोर जबरदस्ती और ज्यादा शारीरिक ताकत से काम न लें।

अत्यन्त गर्म और ठंडे तापमान में जॉगिंग करने से बचे।

पैरों में ज्यादा पसीना आए तो पाउडर लगाकर जूते पहनें। इससे पैरों में से बदबू नहीं आएगी।

अगर आपको कोई ह्रदय सम्बंधित रोग या अन्य बीमारी है तो कृपया कोई भी फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य कर लें। यह भी पढ़ें – हृदय रोग -कारण लक्षण और बचाव |

स्वास्थ्य सम्बंधित अन्य महत्त्व्पूर्ण टिप्स /Other Health tips

सुबह जल्दी उठने की आदत डालें। इससे सेहत भी अच्छी रहेगी और उम्र भी बढ़ेगी।

घर के ज्यादातर काम स्वयं करने की आदत डालें और लिफ्ट की जगह सीढियों का प्रयोग करें | अगर कम दूरी तय करनी हो तो किसी वाहन का प्रयोग ना करें पैदल चलकर जाए, इससे शरीर फिट रहेगा।

आंखों पर रोजाना ठंडे पानी के छोटें मारें, इससे ऑंखें साफ रहेंगी। आँखों के लिए बेहतरीन व्यायाम

नहाने से पहले शरीर पर हल्के से तेल की मालिश करें, इससे ताजगी आएगी ।

जितना हो सके पानी पीएं। कम-से-कम 8 गिलास पानी तो जरूर ही पीएं। खाना चबाकर खाएं और धीरे-धीरे खाएं, इससे हाजमा भी अच्छा रहेगा और दांत भी मजबूत होंगे।

कोला और कृत्रिम पेय पदार्थों का प्रयोग कम करें व ताजे फलों का जूस ही ज्यादा लें।

जॉगिंग से जुड़े आपके सवाल और उनके जवाब

क्या दुबले पतले लोग भी जॉगिंग कर सकते है ?

  • जी हाँ बिलकुल इसमें कोई नुक्सान नहीं होगा |

jogging kb hoti h morning me ya evening me ?

  • आप अपनी सुविधानुसार समय का चुनाव कर सकते है | आप चाहे तो सुबह करें या शाम को दोनों ही सेहत के लिए लाभकारी होते है |
kamar dard m jogging kar sakte hai ?
  • अगर आपको कमर पर कोई चोट नहीं लगी है या कमर में कोई डिस्क ना खिसकी हो तो आप दौड़ सकते है | दर्द महसूस हो तो ना दौड़ें |
morning mai jogging ke baad seven minutes workout kar sakte hai kya
  • जी हाँ आप workout कर सकते है | workout जॉगिंग के बाद करना अच्छा होता है | एक बार शरीर गर्म होने के बाद भारी exercise करना अच्छा होता है |

जॉगिंग करते वक्त गहरी सांस के फायदे क्या है ?

  • जब हम गहरी सांस लेते हैं, तो डायाफ्राम की ऊपर और नीचे की गति खून के बहाव को बढाती है जिससे शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करती है। एनेर्जी बढती है : रक्त का संचार बढ़ने से खून में ज्यादा मात्रा में ऑक्सीजन मिल जाती है। ऑक्सीजन बढ़ने से ऊर्जा के स्तर में वृद्धि होती है।
kya jim karne ke sath running ya jogging krna thik rhega ?
  • यह पूरी तरह आपके स्टेमिना (शरीरिक क्षमता) पर निर्भर करता है | आप जिम करने के साथ दौड़ भी सकते है, लेकिन जितनी आप शरीरिक कसरत करते है उसी हिसाब से अपने खानपान को भी बढाते चले जैसे – प्रोटीन, कैलोरी, वसा, कार्ब आदि अपने खाने में शामिल करें |
jogging dress pehan kar jogging krna kyu jaruri hai ?
  • नहीं ये जरुरी नहीं है लेकिन आपकी ड्रेस दौड़ने के अनुकूल होनी चाहिए नहीं तो रनिंग के दौरान आपका संतुलन बिगड़ सकता है |

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