गेहूं के जवारे का रस के फायदे : व्हीट ग्रास जूस के औषधीय गुण

गेहूं के जवारे का रस पौष्टिक, विशेष रूप से रक्त तथा शुक्र धातु को बढ़ानेवाले, वायुनाशक, बलकारक, पित्त को शांत करने वाला, शरीर का रंग निखारने वाला और जीवनीय गुणों से भरपूर होता हैं | यह  विटामिन्स और मिनरल्स का सबसे बढ़िया स्रोत हैं। जवारे का रस पित्त असंतुलन से होने वाले कई रोगों में बहुत लाभकारी है। अम्लपित्त, रक्तपित्त, वातरक्त, दाह, जलन, रक्त की खराबी, नकसीर, कब्ज, खराब पाचन की वजह से वजन न बढ़ना आदि में गेहूं के जवारे का रस बहुत फायदेमंद है। गेहूं के जवारे का रस में 103 पोष्टिक तत्व, आवश्यक विटामिनों की पूरी श्रेणी (जिसमें विटामिन-‘सी’, ‘ए’, ‘बी’ और ‘ई’ बहुतायत से हैं) मौजूद होता है |

गेहूं के जवारे पर शोध कर चुके कई वनस्पति वैज्ञानिको का दावा है कि सभी रोगों में इसका सेवन लाभकारी है इसके इन ही चमत्कारी गुणों के कारण इसे ‘ग्रीन ब्लड’ भी कहा जाता है। प्रयोगों से ऐसा पता चला है कि अधिकांश बिमारियों में ज्वारे से कम या अधिक पर लाभ जरुर होता है। डॉ. एन. विग्मोर ने लगभग 350 रोगों पर ज्वारे के रस का सफल उपयोग किया है। व्हीट ग्रास जूस यानि (गेहूं के जवारे का रस) शरीर में वर्षों से जमा विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है और शरीर के आंतरिक अंगों को साफ रखने में मदद करता है। इसे समझने के लिए हम फास्ट फूड का सेवन करने वाले बच्चे के कोलोन का उदाहरण लेते हैं :- कोलोन में चिपके विषैले पदार्थ न केवल उसे नुकसान पहुंचाते हैं बल्कि उसके खून में मिलकर कई प्रकार की बीमारियों का कारण भी बनते हैं। लगभग 90 प्रतिशत बीमारियों का जन्म कोलोन में विषैले पदार्थों के जमाव से ही होता है। 100 मि.ली. जवारे के जूस का एनिमा लेकर यदि आप कोलोन में 15 मिनट रखते हैं और नियमित रूप से सप्ताह में एक बार सुबह व्हीटग्रास एनिमा लेते हैं तो कई बीमारियां होने से पहले ही बचाव हो जाता हैं। व्हीटग्रास जूस का दूसरा अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य है, बॉडी में हारमोनल असंतुलन को दुबारा संतुलित करना। इसके लिए व्हीटग्रास जूस सबसे पहले विटामिन और मिनरल की कमी को पूरा करता है। व्हीटग्रास जूस का तीसरा काम है, क्षतिग्रस्त अंगों को दुरूस्त करना और कैंसरयुक्त कोशिकाओं की बढ़ोतरी को रोक कर फ्री रेडिकल्स को कंट्रोल करना और फिर नष्ट कर देना। गेहूँ के ज्वारे क्लोरोफिल का सबसे बड़ा स्रोत हैं, क्लोरोफिल रसायन के लाभ यहाँ नीचे बताये गये है।

क्लोरोफिल हमें तीन प्रकार से लाभ देता है :-

  • शोधन – घावों के लिए क्लोरोफिल अत्यंत प्रबल कीटाणुनाशक है। यह फंगसरोधी भी है और शरीर से टॉक्सिन्स को विसर्जन करता है। यह कई रोग पैदा करने वाले जीवाणु को नष्ट करता है और उनके विकास को बाधित करता है। यकृत का शोधन करता है।
  • एंटी-इन्फ्लेमेट्री – यह शरीर में इन्फ्लेमेशन को कम करता हैं। आर्थ्राइटिस, आमाशय शोथ, आंत्र शोथ, गले की ख़राश आदि में अत्यंत लाभदायक हैं।
  • पोषण – यह रक्त बनाता है, आंतों के लाभप्रद जीवाणुओं को भी पोषण देते हैं। यह मानव रक्त से बहुत मिलता-जुलता है इसलिए एनीमिया के रोगियों के लिए श्रेष्ठ औषधि है |

गेहूं के जवारे का रस पीने से लाभ  

गेहूं के जवारे का रस के फायदे : व्हीट ग्रास जूस के औषधीय गुण gehu ke jware ka ras labh fayde
व्हीट ग्रास जूस
  • गेहूं के जवारे का रस पीने से भूख खूब लगती है तथा शरीर की ताकत बढती हैं व हीमोग्लोबिन बढ़कर शरीर में नया शुद्ध रक्त बनता है और चेहरा सुन्दर तथा त्वचा में रोनक आती है यदि व्यक्ति अंदरूनी तौर से स्वस्थ और मानसिक तौर से खुश होगा तो शारीरिक आभा व् सुंदरता अपने आप ही बढती चली जाती है इसके बाद उस व्यक्ति को किसी बाहरी कॉस्मेटिक लगाने की जरुरत नहीं पडती है |
  • जवारे का रस पीने से मूत्राशय व किडनी सम्बन्धी रोग दूर होते हैं। पथरी भी दूर होती है। दाँत मजबूत होते हैं तथा बालों को भी लाभ होता है। आँखों की रौशनी बढ़ती है।
  • यदि आप थाइराइडकी बीमारी से परेशान है तो गेहूं के ज्वारे के जूस का सेवन करे | इसका जूस थाइरॉएड की बीमारी में बहुत फायदेमंद होता है | यह थाइराइड की बीमारी को कण्ट्रोल करने के लिए एक नेचुरल दवा है |
  • गेहूं के जवारे का रस पीने से टीन ऐज के बच्चो का शारीरिक तथा मानसिक विकास खूब होता है और उनकी याद रखने की क्षमता बढ़ती है जिसकी इस उम्र में विशेष तौर पर अहमियत होती है |
  • इसके रस से रक्तचाप, हृदय-रोग, लकवा जैसी बिमारियों से बचाव होता है।
  • यह रस मधुमेह, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करता है।
  • बालों से सम्बंधित समस्याओं जैसे बाल झड़ना, बाल सफेद होना तथा महिलाओं को रसौली में भी गेहूं के जवारे का रस का सेवन लाभदायक है।
  • गेहूं के जवारों में मौजूद मिनरल्स और क्लोरोफिल बालों को हेल्दी बनाने में असरदार है। इसके रस को बालों की जड़ों में लगाने से डैंड्रफ की समस्या दूर होती है।
  • हृदय और रक्त के रोग, पाण्डुरोग, उच्च रक्तचाप, रक्तवाहिनियों का के सख्त होने पर या उनमे रुकावट आने पर, आंतरिक रक्तस्त्राव, पाण्डुरोग में गेहूं के जवारे का रस एक रामबाण उपाय है।
  • साँस से जुड़े रोगों में गेहूं के जवारे का रस के लाभ : (1) सर्दी-खांसी (2) दमा (3) ब्रोन्काइटीस। सामान्य सर्दी-खांसी की बीमारी तो ज्वारे के प्रयोग से 4-5 दिनों में ही मिट जाती हैं। पुरानी स्थायी सर्दी भी ज्वारे के प्रयोग द्वारा मिटने के अनेक उदाहरण देखने में आए हैं।
  • कब्ज की समस्या होने पर ज्वारे चबाकर खाने और उसके बाद उसके रेशे को निगल जाने की सलाह दी जाती है।
  • पेट और आंतों की बीमारी में ज्वारे और गोभी के मिश्रित रस का सेवन करने से बहुत तेजी से लाभ होता है। साथ ही अंदरूनी समस्याओं जैसे पेप्टिक अल्सर, कब्ज, डायरिया और आंत संबंधी समस्याओं से भी यह निजात दिलाता है।
  • सन्धियों के रोग : (1) संधि-स्थल की सूजन (2) संधि स्थल की पीड़ा (3) संधि -स्थल का घिसाव (4) हड्डियों की कमजोरी, सन्धियों की तकलीफों में गेहूं के जवारे का रस का सेवन लम्बे समय तक चालू रखने की आवश्यकता होती है। इससे सुधार जरुर होता है।
  • मस्तिष्क के रोग : (1) कंपवात (2) पार्किन्सन, मस्तिष्क के रोगों में ज्वारे के प्रयोग द्वारा सफलता प्राप्त होने के उदाहरण मिले हैं ।
  • त्वचा रोग : मुंहासे, फोड़े, घाव-जख्म, फुंसी, जल जाना आदि में गेहूं के जवारे का रस रक्तशुद्धि करता है अतः त्वचा रोगों में लाभकारी होता है। फोड़ों या घावों पर ज्वारे के रस की पट्टी बांधने से जल्दी ही आराम मिलता है।
  • यह लीवर (यकृत) को शुद्ध करता है और दाँत दर्द, दाँतों का सड़ना, पायोरिया और गले की बीमारियों में आराम देता है। शरीर में भारी धातुओं और विषैले औषधों का जमाव दूर करता है। कैंसर ट्यूमर को दूर करने में सहायता करता है। यह एक उमदा किस्म का बॉडी क्लींजर और डिटॉक्स फ़ूड भी है |
  • कान के रोग : कान की तकलीफों में गेहूं के जवारे का रस पीने के अलावा रस की बूंदें कान में भी डालें |
  • गेहूं के जवारे का रस फाइबर से भरपूर होता है जो वजन को कम करने में सहायक होता है। अगर आप मोटापा कम करना चाहते है तो इसका सेवन जरूर करें। जवारों का रस हमेशा ताजा और सुबह खाली पेट लेना ज्यादा फायदेमंद होता है।

गेहूं के जवारे का रस बनाने के लिए आप इन जवारो को घर पर ही ऊगा सकते हैं बस आपको चाहिए कुछ गमले और मिटटी | यह बहुत आसान है इसको अच्छी तरह से यहाँ इस आर्टिकल में समझाया गया है |  गेहूं के ज्वार का रस बनाने की विधि तथा घर पर व्हीटग्रास उगाने के तरीके

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