अश्वगंधा आयुर्वेद में एक बहुत गुणकारी औषधी है और इसी वजह से इसका सबसे ज्यादा उपयोग होता है | अनगिनत खुबियों के कारण ही, सदियों से दुनिया भर में इसका उपयोग कई दवाइयों और ब्यूटी कॉस्मेटिक को बनाने में किया जाता है। अश्वगंधा के अंदर सबसे ज्यादा रसायन इसके जड़ के अंदर पाया जाता है | अश्वगंधा दवा, चूर्ण, कैप्सूल के रूप में आपको आसानी से बाजार में मिल जाएगी | कई रोगों में तो यह रामबाण दवाई की तरह काम है इसलिए इसे भारतीय जिनसेंग भी कहा जाता है | अश्वगंधा वाइट ब्लड सेल्स और रेड ब्लड सेल्स दोनों को बढ़ाने का काम करता है | अश्वगंधा पूरे शरीर के लिए फायदेमंद है खासतौर से बुढ़ापा रोकने में इसके गुणों का कोई जवाब नहीं है। इसके सेवन से केवल दिमाग की कार्यप्रणाली ही बेहतर नहीं होती, बल्कि मांसपेशियां भी मजबूत होती हैं और शरीर में रक्त का बहाव बेहतर होता है। इसके अलावा, यह यौन व प्रजनन क्षमता को बेहतर करने में भी सक्षम है। लेकिन ब्लड प्रेशर से ग्रस्त लोगों को अश्वगंधा डॉक्टर के परामर्श से ही लेना चाहिए | जिनका बी.पी लो होता है उन्हे अश्वगंधा का सेवन नहीं करना चाहिए | अश्वगंधा का सेवन विधि – अश्वगंधा को गाय के दूध के साथ लेना बहुत फायदेमंद होता है आप चाहे तो किसी भी तरह के दूध या पानी के साथ भी ले सकते है ।
अश्वगंधा के बेहतरीन फायदे
- नींद न आने की बीमारी में अश्वगंधा आपके लिए एक प्रभावशाली दवा की तरह काम करता है इसके सेवन से आप चैन की नींद पा सकते हैं | नींद की कमी होने पर इसका सेवन जरुर करें बिना किसी साइड इफ़ेक्ट झेले आप चैन की नींद पायेंगे |
- पित्त बढ़ने से बाल असमय सफेद होने के साथ ही झड़ने भी लगते हैं, इसे रोकने के लिए आपको अश्वगंधा का सेवन जरूर करना चाहिए।
- अश्वगंधा में मौजूद ऑक्सीडेंट आपके इम्युन सिस्टम को मजबूत बनाने का काम करता है. जो आपको सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों से लडने की ताकत देता है. अश्वगंधा सफेद ब्लड सेल्स और लाल ब्लड सेल्स दोनों को बढ़ाने का काम करता है. जो कई गंभीर शारीरिक समस्याओं में लाभदायक है |
- अश्वगंधा का इस्तेमाल आपकी आंखो की रोशनी को बढ़ाने का काम करता है. रोज दूध के साथ इसे लेने से आंखो के अलावा मानसिक तनाव से भी बचा जा सकता है |
- अश्वगंधा, मुलहठी और आंवले को मिलाकर खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है।
- अश्वगंधा के एंटीऑक्सीडेंट और साइटोप्रोटेक्टिव गुण मोतियाबिंद रोग से बचाने में भी कामयाब होते है |
- कई पुरुषों में यौन इच्छा कम होती है और वीर्य की गुणवत्ता भी अच्छी नहीं होती। इस कारण वो संतान सुख से वंचित रह जाते हैं। ऐसे में अश्वगंधा जैसी शक्तिवर्धक औषधि पुरुषों में यौन क्षमता को बेहतर करने का भी काम करती है। साथ ही वीर्य की गुणवत्ता को भी बेहतर करती है। एक रिसर्च के अनुसार इस औषधि का ठीक तरह से सेवन किया जाये तो टेस्टेस्टोरॉन लेवल बढ़ाने और वीर्य की क्वालिटी बढ़ाने में यह मदद करता है. अगर अश्वगंधा को 3 महीने तक लगातार लिया जाए तो बच्चे न होने की समस्या यानि बाँझपन की बीमारी से छुटकारा मिल जाता है |
- अश्वगंधा महिलाओं के लिए उतना ही फायदेमंद है। आयुर्वेद के सिद्धांतों के अनुसार, यह डिंब की गुणवत्ता में सुधार करता है। यह स्नायुबंधन, गर्भाशय और अंडाशय को मजबूत करने में मदद करता है ताकि स्त्री गर्भावस्था के लिए तैयार हो सकें।
- थायराइड हार्मोंस संतुलन करने में भी यह हर्ब बहुत कामयाब होती है |
- आर्थराइटिस बुढ़ापे में होने वाली हड्डियों से जुडी एक आम बीमारी है, जिसमें मरीज का चलना-फिरना और उठना-बैठना मुश्किल हो जाता है। ऐसा लगता है कि मानो जोड़ जम गए हैं अश्वगंधा में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। अगर अश्वगंधा की जड़ के रस का प्रयोग किया जाए, तो न सिर्फ आर्थराइटिस से जुड़े लक्षण कम होते हैं, बल्कि दर्द से भी आराम मिलता है |
- अश्वगंधा नियमित सेवन से मानसिक तनाव घटता है तथा याददाश्त बढती है |
- अश्वगंधा संक्रमण से भी निपटने में आपकी मदद करता है तथा मांसपेशियों को भी मजबूत बनाता है |
- अश्वगंधा के सेवन से सभी प्रकार की कमजोरी दूर हो जाती है। जो लोग दुबले पतले है उनका वजन बढाने के लिए भी यह उपयोगी है | अश्वगंधा रोज दूध और चीनी के साथ लेने से आप के शरीर में नई शक्ति और ऊर्जा और उत्साह बढेगा और शारीरिक कमजोरी दूर होगी ।
- अश्वगंधा कोलेस्ट्रोल और ट्राइग्लिसराइड्स को कंट्रोल रखकर दिल सम्बन्धी समस्याओं को भी दूर करता है।
- शरीर की सूजन को कम करने में भी इसके गुण बहुत कामयाब होते है ।
- अश्वगंधा का सेवन करने से खून की कमी यानि एनीमिया से भी छुटकारा मिलता है ।
- मीनोपॉज के दौरान महिलाओं को कई समस्याएं झेलनी पड़ती हैं | अश्वगंधा के प्रयोग से इन सब लक्षणों को कम किया जा सकता है जैसे कि तनाव, मूड स्विंग, नींद की समस्या, याददाश्त कमजोर होना आदि।
- अश्वगंधा का सेवन शरीर में शुगर का स्तर कम कर डायबिटीज को नियंत्रण में रखता है। ये खून में कोलेस्ट्रॉल यानि चर्बी की मात्रा को भी कम करता है।
- अश्वगंधा पेट की समस्याओं को दूर करता है। मिश्री और हल्के गर्म पानी के साथ इस चूर्ण का सेवन करने से गैस की बीमारी से छुटकारा मिलता है।
- अश्वगंधा का चूर्ण गर्म दूध के साथ लेने पर खांसी और दमे की बीमारी में भी बहुत आराम मिलता है।
- रोजाना अश्वगंधा का चूर्ण गाय के दूध और चीनी के साथ लेने से यह आप की हाइट बढ़ने में मदद करता है।
- अश्वगंधा को दूध या गरम पानी के साथ लेने से कब्ज की परेशानी दूर हो जाती है। पाचन प्रकिया अच्छी बनती है |
- अश्वगंधा सेवन करने से आलस्य , निराशा दूर होती है और आप में एक नया जोश, उत्साह आने लगता है।
- बुढ़ापा दूर रखने में भी इस औषधि के कई फायदे होते है | अश्वगंधा नियमित सेवन से स्किन पर पड़ी झुर्रियों और दागो से बचा जा सकता है।
- महिलाओ में श्वेतप्रदर और रक्त प्रदर रोग में अश्वगंधा बेहद लाभकारी औषधि होती है। अश्वगंधा से में आयरन काफी मात्रा में होता है।
- बॉडी बिल्डिंग और मसल्स बनाने के लिए भी आप इसे ले सकते है यह बॉडी बिल्डिंग सप्लीमेंट से कहीं ज्यादा लाभकारी होता है |
- वजन बढ़ाना है तो इसमें भी अश्वगंधा का सेवन काफी फायदेमंद होता है। अश्वगंधा और शतावरी को मिलाकर इसमें बराबर मात्रा में मिश्री मिलाये और रात को सोने से पहले या कसरत के बाद इसका 1 चम्मच पाउडर खाये और ऊपर से गरम दूध पिए। 1 महीना यह नुस्खा आजमाने से वजन बढ़ने लगेगा।
अश्वगंधा सेवन की विधि
- अश्वगंधा पाउडर को आप दूध में मिला कर पी सकते हैं। सबसे पहले 1/2 कप दूध को गरम कर लें और उसमें 1 छोटी चम्मच अश्वगंधा पाउडर, 1 छोटी चम्मच शहद मिलाकर, और 1/2 कप पानी मिलाकर धीमी आंच पर रखें। जब वह सभी मिलाकर एक कप के जितना हो जाये उसे ठंडा कर लें और पियें।
- आप चाहें अश्वगंधा पाउडर को 10 मिनट तक पानी में उबल कर चाय के जैसे भी पी सकते हैं।
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