अखरोट खाने के फायदे तथा खाने के तरीके (रेसेपी) : Walnuts Nutrition Facts

ड्राई फ्रूट्स जैसे अखरोट (Walnut) मुनक्का, किशमिश, बादाम, काजू, खजूर, अंजीर, पिस्ता आदि बहुत पौष्टिक तथा शक्तिवर्धक होते हैं। इनमें दिल तथा दिमाग़ को ताकत देने का बहुत सारे गुण मौजूद है। ये शरीर को बहुत एनर्जी देते हैं। इनके सेवन से शरीर की रोग प्रतिरोधक ताकत बढ़ती है। ऊंचे पर्वतों पर पाए जाने वाला अखरोट खाने में बहुत रुचिकारक व हल्का मीठा होता है। आयुर्वेद के अनुसार यह स्निग्ध, पचने में भारी, कफ व पित्तकारक तथा कब्ज ठीक करने वाला होता है। यह वायुनाशक होने से वातरोगों में, खासतौर पर आमवात में बड़ा लाभदायक होता है। बादाम के बाद यदि कोई सूखा मेवा सबसे अधिक  प्रसिद्ध है तो वह अखरोट ही है। यह स्वास्थ्य तथा चिकित्सा के लिए इतना महत्त्वपूर्ण फल है की इसके गुणों पर एक पूरी किताब लिखी जा सकती है | इसमें बहुत अधिक कैलोरीज प्राप्त होने के कारण यह संपूर्ण आहार है। जिन विटामिनों और खनिजों—वसा, कार्बोहाइड्रेट्स की आपको एक अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरत पड़ती है, वे सब संतुलित मात्रा में अखरोट में पाए जाते हैं। इसकी गिरी का उपयोग अनेक सूप, चॉकलेट, कुकीज, लड्डू मिल्क शेक, जैम आदि बनाने में भी किया जाता है। अखरोट चूँकि ठंडे पहाड़ी प्रदेशों में ही पैदा होता है, इसलिए इसकी तासीर बहुत गर्म होती है। मैदानी भागों के लोग गर्मियों में इसका उपयोग न करें तथा पचने में भारी होने के कारण तेज पाचन शक्ति वाले ही इसे खाए। मैदानी भाग के लोग यदि प्रतिदिन दो अखरोट शहद के साथ खाएँ (केवल सर्दियों में) तो उनका स्वास्थ्य सुधर जाएगा रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाएगी जिस से छोटी-मोटी बिमारियों आपको होंगी ही नहीं |

अखरोट के फायदे तथा औषधीय गुण

अखरोट खाने के फायदे तथा खाने के तरीके (रेसेपी) : Walnuts Nutrition Facts akhrot khane ke fayde tarika samay
अखरोट खाने के फायदे
  • अखरोट की गिरी 25 ग्राम की मात्रा में रोजाना खाने से दिमाग को तरावट मिलती है। जिससे मानसिक विकार दूर होते है।
  • सर्दियों में इसे खाने का सबसे अच्छा मौसम होता है, क्योंकि ठंडे वातावरण से पाचनशक्ति तेज होती है, जिससे इसके पौष्टिक गुण शरीर को अधिक मिलते हैं।
  • यदि याद रखने की क्षमता कम हो तो अखरोट की गिरी 25 ग्राम दिन में भोजन के साथ खाने से लाभ होता है | किसी भी उम्र वर्ग के व्यक्ति चाहे वह बच्चे हो या जवान या फिर बुजुर्ग दिमाग को तेज करने के साथ-साथ अखरोट हमारे दिल की भी सुरक्षा करता है |
  • मधुमेह के रोगियों के लिए भी यह बहुत लाभकारी है | यदि आप हाई ब्लड प्रेशर से जूझ रहें हो तो ये उसी भी नियंत्रित करने में मदद करता है | अखरोटमें मौजूद फैट और पौष्टिक तत्व शरीर में इंसुलिन की मात्रा को संतुलित रखने में सहायक होते हैं।
  • अखरोट में काफी मात्रा में फाइबर होता है जो आपकी भूख को कम करके आपको अधिक खाना खाने से रोकता है जिससे आपके शरीर का वजन बढ़ने में कमी आती है और इतना ही नहीं इसमें मौजूद फाइबर आपके पेट में होने वाली समस्याएं जैसे कब्ज और एसिडिटी को खत्म करता है | वजन कम करने के लिए खाना खाने से पहले अखरोट खाएं उसके बाद नहीं |
  • कैल्शियम हड्डियों को मजबूत करने के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण तत्व होता जो अखरोट में काफी मात्रा में मौजूद होता है इसलिए यह मजबूत हड्डियों के लिए भी उपयोगी है |
  • अखरोट की पत्तियों से बनाया गया काढ़ा रक्त में कोलेस्टेरॉल को कम करता है तथा रक्त नलियों के फैलाव के लिए सर्वोत्तम होने से हृदय रोगियों का वरदान माना जाता है।
  • आँखों के रोगों में इस काढ़े से आँखें धोने से लाभ होता है। मसूढ़ों के घाव, छाले या शरीर के घावों पर इसका लेप करने से घाव जल्दी भरते हैं।
  • अखरोट एग्जीमा में शर्तिया लाभ पहुँचाता है। इसका तेल एग्ज़ीमा वाले स्थान पर साफ रुई से लगाइए। एक महीने में एग्ज़ीमा ठीक हो जाएगा।
  • गठिया या चोट-मोच से आई सूजन को गरम काढ़े से सेंकने पर आराम मिलता है।
  • अखरोट की जड़ें चबाने से दांत के रोगों में आराम मिलता है तथा दाँत मजबूत बनते हैं।
  • इसकी जड़ों को चंदन की तरह घिसकर लेप करने से गहरे कटे घाव भी जल्दी भरते हैं।
  • अखरोट की गिरी 5 ग्राम समान भाग में मुनक्का के साथ मिलाकर रोज खाने से शरीर में शक्ति व बल बढ़ता है।
  • चेहरे के लकवे पर इसके तेल की मालिश करके दशमूल या निर्गुण्डी के काढ़े की भाप लेने से लाभ होता है।
  • इसके तेल को 20-40 मि.ली. की मात्रा में दूध के साथ सुबह पीने से कब्ज दूर होती है |
  • अखरोट की गिरी 50 ग्राम, छुहारा 40 ग्राम तथा बिनौले की गिरी 10 ग्राम लेकर थोड़े से घी में पीसकर मिश्री मिला कर रखें। इसे 25 ग्राम की मात्रा में रोज खाने से बार-बार प्रमेह रोग यानि बार- बार पेशाब जाने की बीमारी दूर होती है। लेकिन इसके बाद दूध नहीं पीना चाहिए।
  • बच्चों के पेट के कीड़ों का इलाज – एक अखरोट की गिरी खिलाकर ऊपर से गुनगुना दूध पिला दें।
  • भुना हुआ अखरोट सर्दी से होने वाली खांसी में फायदेमंद है।
  • अखरोट का तेल बालों को लंबा, घना और काला बनाता है यह त्वचा को स्वस्थ और मुलायम बनाता है | इसके तेल में मृत त्वचा, काले धब्बे और झुर्रियां खत्म करने की भी क्षमता होती है इसका मॉइस्चराइजिंग त्वचा को खुश्की से बचाता है |
  • अखरोट को एंटी कैंसर फूड्स भी कहा जाता है क्योंकि इसमें काफी मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट कंपाउंड होता है | इसके सेवन से कई तरह के कैंसर जैसे प्रोस्टेट और ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम हो जाता है|
  • अखरोट नींद में भी सुधार लाता हैं। क्योंकि इसमें मेलाटोनिन हॉरमोन होता है, जो नींद के लिए प्रेरित करता है। इसलिए रात को सोने से पहले अखरोट को सेवन करने से नींद बहुत ही अच्छी आती है।
  • इसकी गिरी को मोम या मीठे तेल के साथ गलाकर लेप करने से नासूर मिट जाता है।

अखरोट कैसे खाना चाहिए  

  • सर्दी के मौसम में सवेरे अखरोट का निशास्ता पेय बनाकर पीना चाहिए। इससे याददाश्त बहुत बहुत तेज हो जाती है, नींद गहरी आती है। कब्ज भी दूर होती है तथा चेहरे की कान्ति में चार चाँद लग जाते हैं | निशास्ता बनाने के लिए ये सभी सामग्री लें –घी एक चम्मच, कालीमिर्च 7 , अखरोट 1 पूरा, गेहूं 10 दाने, बादाम 2 नग, मुनक्का 5 नग, छोटी इलायची 2, दूध-पानी 1-1 कप, चीनी या मिश्री स्वादानुसार।
  • निशास्ता बनाने की विधि–सबसे पहले मुनक्का, गेहूं के दाने, कालीमिर्च, अखरोट, बादाम आदि को रात को पानी में भिगो दें, सवेरे उन्हें निकालकर पीसें, इसमें मुनक्का के बीज निकालकर पीसें फिर 1 कप दूध, 1 कप पानी मिलाकर घी गर्म करके उसका छौंक लगा दें, इसमें छोटी इलायची, शक्कर मिश्री आदि मिलाकर 1-2 बार अच्छी तरह उबाल लें फिर इसे स्वाद लेकर गर्म-गर्म नाश्ते में पिएं यह बहुत ही बेहतरीन गुणकारी पेय (एनेर्जी ड्रिंक) होता है।
  • चार अखरोट की गिरी पीसकर आधा लीटर दूध में उबाले। इसमें दो रत्ती केसर तथा स्वाद अनुसार चीनी डालकर पियें। शरीर में ताकत बढ़ेगी |
  • एनर्जी बूस्टर रेसेपी- 10 ग्राम अखरोट की गिरी, 5 दाने बादाम की गिरी, 10 दाने मुनक्का इनको रोजाना सुबह खाकर ऊपर से एक कप दूध पियें इससे शारीरिक शक्ति में वृद्धि होती है।

अखरोट खाने का सही समय

अखरोट खाने के फायदे
अखरोट
  • सूखे मेवो की तासीर गर्म होती है, इसलिए इनका सेवन नाप-तोलकर अपनी क्षमता के अनुसार ही करना चाहिए। अधिक प्रयोग करने से गर्मी का असर हो जाता है जिससे दस्त और मुंह में छाले पड़ जाते हैं। कई बार नाक से नकसीर भी आने लगती है। गर्मियों में इनका प्रयोग बहुत कम करें यदि खाने का दिल करे तो इन्हें देसी घी में तलकर 10 से 25 ग्राम तक ले सकते हैं। बादाम की ठंडाई पूरी गर्मियों में ले सकते हैं। बरसात में ठंडाई न पियें।
  • अखरोट खाने का सही समय सुबह खाली पेट होता है ताकि इसके सभी पोषक तत्व शरीर में समा सके |
  • अखरोट कैसे खाना चाहिए ? – आप इसे दूध के साथ खा सकते है या जो रेसेपी हमने ऊपर बताई है उसके अनुसार भी खा सकते है |

अखरोट में मौजूद विटामिन और खनिज तत्व

  • इसमें प्रोटीन 7, वसा 65.21, कार्बोहाइड्रेट 13.71 ग्राम प्रति 100 ग्राम तथा विटामिन ए 20 आई0यू0 प्रति 100 ग्राम, विटामिन सी 1.3, थियामिन 0.34, विटामिन बी6 0.537, कैल्षियम 0.98, लौह 2.91, सोडियम 20.0, मैग्नीशियम 158, मैग्नीज 3.414, पोटेशियम 441, फास्फोरस 346 तथा जिंक 3.09 मिग्रा0 प्रति 100 ग्राम तक पाये जाते हैं। इसके साथ-साथ फार्मास्यूटिकल तथा सौन्दर्य प्रसाधन उद्योगों में भी अखरोट के विभिन्न भागों की बहुतायत मांग रहती है।

स्वस्थ और लम्‍बे जीवन के लिए अखरोट खाना अच्छा रहता है। इसका नियमित सेवन से जीवनकाल बढ़ता है। इससे जीवन ऊर्जा से भरपूर रहता है।

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