बैद्यनाथ सिद्ध मकरध्वज स्पेशल गोल्ड के लाभ तथा सेवन विधि

इस पोस्ट में हम बताएँगे बैद्यनाथ सिद्ध मकरध्वज स्पेशल गोल्ड  जो बैद्यनाथ आयुर्वेद द्वारा बनाई गई है इसके लाभ, सेवन विधि तथा इसको बनाया कैसे जाता है | लेकिन सबसे पहले मकरध्वज औषधि से आपका एक परिचय करवाते है |

मकरध्वज एक ऐसी सर्वश्रेष्ठ महा औषधि है, जिसके समान सर्वरोग-नाशिनी महा औषधि संसार के किसी भी पैथी (चिकित्सा पद्धति) में नहीं है। बड़े-बड़े डॉक्टरों ने यह बात मान ली है कि मकरध्वज के जोड़ की दवा कोई दूसरी है ही नहीं। इसके द्वारा हजारो लोग काल के मुँह से बचते हैं और अन्य भयंकर बिमारियों से भी बचते है। बहुत से डॉक्टर इसका इंजेक्शन देते तथा स्वतन्त्र रूप से सेवन भी कराते हैं।

यह तो सब लोग जानते हैं कि ताकत बढ़ने से प्रत्येक रोग में फायदा होता है। मकरध्वज के सेवन से मनुष्य की ताकत बहुत बढ़ जाती है। यह हृदय और स्नायुमण्डल को जल्दी ही ताकतवर बनाता है। मकरध्वज के सेवन से शरीर का वजन निश्चित रूप से बढ़ता है। यह बल, वीर्य, कान्ति आदि बढ़ाने के लिये सबसे अच्छा रसायन है। शीघ्रपतन के लिये भी बहुत लाभप्रद दवा है। नपुंसकता, नामर्दी के लिये भी मकरध्वज बहुत गुणकारी है। बच्चों से लेकर बुजुर्गो तक को एक-सा फायदा करता है। मरणासन्न रोगी को जब और किसी दवा से लाभ नहीं होता है, तब यही मकरध्वज और कस्तूरी ही उसके प्राण-रक्षक होते हैं। मकरध्वज की महत्ता इसी से जानी जा सकती है, कि जो मरते हुए रोगी को देने से उत्तम फायदा करता है, तो साधारण, साध्य रोगों और कष्टसाध्य रोगों में कितनी जल्दी लाभ कर सकता है। बहुत से लोग इसका सेवन बराबर करते हैं, जिससे वे लोग जल्दी रोगग्रस्त नहीं हो पाते। शरीर में किसी कारणवश रक्त की कमी हो जाय, तो मकरध्वज का सेवन उस हालत में अमृत के समान गुण करता है। किसी भी रोग के कारण शरीर में कमजोरी आ जाने पर मकरध्वज के सेवन से बहुत शीघ्र कमजोरी दूर हो जाती है। बालक, वृद्ध, युवा, स्त्री, पुरुष सब इसके सेवन से लाभ उठा सकते हैं। मकरध्वज में कई अन्य औषधियां तथा रसायन मिलाकर बनाया जाता है तो इसमें भी कई प्रकार होते है फ़िलहाल आज इस आर्टिकल में हम बैद्यनाथ सिद्ध मकरध्वज स्पेशल गोल्ड के बारे में ही जानकारी देंगे |

बैद्यनाथ सिद्ध मकरध्वज स्पेशल गोल्ड के लाभ, गुण और बेनिफिट्स

बैद्यनाथ सिद्ध मकरध्वज स्पेशल गोल्ड के लाभ तथा सेवन विधि baidyanath siddha makardhwaj special gold benefits

अष्टादश संस्कारित एवं षड्गुण बलिजारित पारद से निर्मित मकरध्वज, स्वर्णभस्म, कस्तूरी और मोती भस्म आदि से निर्मित सिद्ध मकरध्वज स्पेशल गोल्ड आयुर्वेद जगत् की सर्वश्रेष्ठ परमोत्कृष्ट दवा है। अनुपान भेद से सभी प्रकार के रोगों में इसका सफल प्रयोग होता है।

  • यह औषध शारीरिक एवं मानसिक दुर्बलता को मिटाकर शरीर में नई शक्ति एवं स्फूर्ति को उत्पन्न करती है।
  • पौरुष शक्ति को बढ़ाने तथा शरीर को कान्तिमय बनाने के लिये यह सर्व प्रसिद्ध है।
  • इस औषध का विशेष प्रभाव स्नायु मण्डल वातवाहिनी नाड़ियों, मस्तिष्क और हृदय पर शीघ्रता से होता है। अतः यह हृदय एवं स्नायु मण्डल को क्रियाशील बनाने में बहुत लाभकारी है।
  • इसके अतिरिक्त ज्वर, निमोनिया, सर्दी, जुकाम, कफ, खाँसी, श्वास, फुफ्फुसीय विकार, राजयक्ष्मा, उरःक्षत, नाड़ी क्षीणता, शोष, शीतांग आदि रोगों में इस औषध का सफल एवं चमत्कारिक प्रयोग होता है, उन्माद, अपस्मार, मृगी, मूर्छा, मस्तिष्क की दुर्बलता में इसके प्रयोग से आश्चर्यजनक लाभ होता है।
  • बैद्यनाथ सिद्ध मकरध्वज स्पेशल गोल्ड के प्रयोग से रस-रक्तादि सप्त धातुओं की वृद्धि होकर बल, वर्ण, कान्ति तथा ओज और शारीरिक भार की निश्चित रूप से वृद्धि होती है तथा प्रमेह, मधुमेह, पुरुषो में धातू की कमजोरी, शुक्रणु की कमजोरी, वीर्य का पतलापन, शीघ्र पतन, नपुंसकता (नामर्दी) आदि को जल्दी नष्ट करके वीर्य को गाढ़ा एवं निर्मल बनाता है और स्तम्भन शक्ति की वृद्धि करता है।
  • त्वचा में झुर्रियां पड़ना, असमय में केश पकना एवं असमय में बुढ़ापा तथा हृदय की गति बन्द होकर मृत्यु (हार्टफेल) से रक्षा करने के लिये परम श्रेष्ठ आशु फलदायक औषध है।
  • बैद्यनाथ सिद्ध मकरध्वज स्पेशल गोल्ड एक सर्वोत्तम रसायन होता है, शरीर में किसी भी कारणवश रक्त की कमी हो जाने पर इसके सेवन से अमृत के समान लाभ होता है और किसी भी कारणवश आई हुई कमजोरी को खत्म करके खून की कमी को दूर करता है और शरीर में नई ताकत का संचार करता है।
  • बैद्यनाथ सिद्ध मकरध्वज स्पेशल गोल्ड बालक, वृद्ध, युवा, स्त्री, पुरुष सबके लिये समान रूप से लाभकारी है। इस औषध का लगातार सेवन करने से रोग-प्रतिरोधक शक्ति में बढ़ोतरी होती है। आयुर्वेद के जानकार बहुत से व्यक्ति तो सर्दियों में बिना किसी रोग के ही इसका निरन्तर सेवन करते हैं।

सिद्ध मकरध्वज बनाने की विधि : यह कैसे बनाया जाता है

  • षड्गुण बलिजारित एवं अष्टादश संस्कारित पारद से निर्मित मकरध्वज 4 तोला, स्वर्ण भस्म 1 तोला, कस्तूरी 1 तोला, मोती भस्म 2 तोला, स्वर्ण बंग 4 तोला लेकर सबसे पहले मकरध्वज को खरल में डालकर अत्यन्त सूक्ष्म मर्दन किया जाता है । इसके बाद अन्य सभी द्रव्यों को मिला एक जान होने तक महीन पीसकर सुरक्षित रखा जाता है |

बैद्यनाथ सिद्ध मकरध्वज स्पेशल गोल्ड सेवन मात्रा

  • बैद्यनाथ सिद्ध मकरध्वज स्पेशल गोल्ड की 1-1 रत्ती (182 Mg) दिन में दो बार सुबह-शाम दें और बच्चों को उनकी उम्र के अनुसार कम मात्रा में दें। आवश्यकतानुसार दिन में 2 से अधिक बार भी दिया जा सकता है। अनुपान में मधु, मक्खन-मिश्री, मलाई-मिश्री, दूध या पान का रस और शहद या अदरक-रस और शहद के साथ या रोगानुसार उचित अनुपान (दवा के साथ या बाद ली जानेवाली वस्तु) के साथ दें।

Disclaimer: किसी भी दवा का इस्तमाल करने से पहले चिकित्सक से सलाह जरुर लेनी चाहिए |

यदि आप सही तरीके से आयुर्वेद के रसायन का सेवन करेंगे तो इनके कोई खराब प्रभाव नहीं होते है बल्कि ये रसायन रोगों को शरीर से दूर रखते है |

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