दांत दर्द की होम्योपैथिक दवा – Tooth Pain से तुरंत आराम पायें

दांत दर्द जैसे बीमारियाँ अक्सर दाँतों की सफाई के प्रति लापरवाही करना, रहन-सहन एवं खान-पान की गलत शैलियों एवं आदतों की संस्कृति के कारण होती हैं। 90 फीसदी समस्याओं का कारण गलत खान-पान और दाँतों की सफाई के प्रति हमारी लापरवाही है। कई बार इंफेक्शन की वजह से दाँत गल जाते हैं या चोट के कारण दाँत में दर्द होने लगता हैं। दाँत दर्द आम तौर पर दाँत मे छेद या संक्रमण के कारण होता है। छेद वाले दाँत में दर्द होने पर छेद की अच्छी तरह से सफाई करें, दाँत में फँसे भोजन के कण निकाल दें और गरम पानी में नमक डालकर मुँह में रखें और नीचे बताई गई दांत दर्द की होम्योपैथिक दवा को अपने लक्षणों के अनुसार किसी एक दवा को चुनकर उसका सेवन करें।

हालाँकि दाँत में असहनीय दर्द होने पर एस्प्रिन जैसी दर्द निवारक दवाइयों का सेवन किया जा सकता है लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के अंग्रेजी दवाओ का सेवन नहीं करना चाहिए आप चाहे तो घरेलू नुस्खे या होम्योपैथिक दवा का सेवन कर सकते है क्योंकि इनके साइड इफ़ेक्ट ना के बराबर होते है | लौंग चबाने से भी दाँत दर्द में आराम मिलता है। यदि दर्द ठीक न हो या बार-बार दाँत दर्द हो, तो डेंटिस्ट डॉक्टर को दिखाएँ। यदि दांतों में जीवाणु संक्रमण की वजह से मवाद हो गया हो, असह्य दर्द हो रहा हो या वो हिल रहे  हो तो रूट कैनाल ट्रीटमेंट से दांत दर्द से मुक्ति मिल जाती है इसमें दांतों को निकालने की जरुरत भी नहीं पड़ती है। जब दाँत में दर्द होता है तो संक्रमण दाँत के स्नायु तक चला जाता है। रूट कैनाल ट्रीटमेंट के जरिए दर्द वाले दाँत के छेद में ड्रिल करके स्नायु तक पहुँच जाते हैं और संक्रमित स्नायु और टिशूज को निकाल देते हैं, जिससे दर्द से छुटकारा मिल जाता है और दाँत खोना भी नहीं पड़ता है।

बहरहाल, हमारे इस आर्टिकल का मकसद आपको दांत दर्द की होम्योपैथिक दवा के बारे में जानकारी देने है तो आइये जानते है :

दांत दर्द की होम्योपैथिक दवा

दांत दर्द की होम्योपैथिक दवा – Tooth Pain से तुरंत आराम पायें dant dard ki homeopathic dawa medicine

  • यदि दांत में तेज दर्द हो तो —प्लांटेगो-क्यू बाहरी इस्तेमाल के लिए और प्लांटेगो-30 दिन में चार बार लें।
  • असहनीय दांत दर्द हो तो—एकोनाइट-6 दिन में दो बार लें |
  • तेज दांत दर्द, दर्द चेहरे से शुरू होकर कान तक जाता है तो —मरक्यूरियस सॉलिबिलस-30 दिन में दो बार लें ।
  • रात में दांत दर्द, ठंडी चीजें खाने-पीने से दर्द बढ़ता हो और गरमी और दबाव से आराम मिलता हो तो —मैग्नीशिया फॉस-200 की एक खुराक रोजाना लें |
  • रुक-रुककर होने वाला दांत दर्द, मुँह में बर्फ रखने से आराम मिलता हो, लेकिन जब बर्फ पानी में बदल जाता है तो दर्द फिर लौट आता हो तो —कॉफीया क्रूडा-30, दिन में दो बार लें |
  • दाँत निकालने के बाद दांत दर्द बना रहे, रक्तस्राव, साथ ही यदि कृत्रिम दाँत जबड़े को चोट पहुँचाए तो —आर्निका मोंटाना-30 चार घंटे के अंतराल पर लें |
  • दांत दर्द, मुँह में कुछ काटने और चबाने से बढ़ता हो तो —स्टेफाइसेग्रिया-30 चार घंटे के अंतराल पर लें। यह दांत दर्द की होम्योपैथिक दवा भी काफी पर्भावशाली है |
  • दांत दर्द, ठंडे पानी पीने से बढ़ता हो तो —साइलेशिया-30 हर तीन घंटे पर।
  • दांत दर्द, हमेशा चाय पीने के बाद होता हो तो —थुजा-30 दिन में दो बार लें |
  • दांत दर्द, दबाने और ठंडा पानी पीने से राहत मिले तो —ब्रायोनिया-30 दिन में दो बार लें ।
  • दांत दर्द, ठंडे पानी, ठंडी हवा से राहत—नेट्रम सल्फ-30 दिन में तीन बार लें । यह दांत दर्द की होम्योपैथिक दवा काफी पर्भावशाली है |
  • दांत दर्द, बर्फीला ठंडा पानी पीने से राहत—फेरम मेटलिकम-30 दिन में दो बार लें।
  • दांत दर्द, लेकिन खाने के दौरान दर्द ना हो तो —इग्नेशिया-30 दिन में तीन बार लें।
  • दांत दर्द, मुँह, दाँत तथा मसूड़ों में ठंडक का एहसास, अत्यधिक लार निकले—कोकीनेला-30 की एक खुराक प्रतिदिन।
  • दांत दर्द, रात में स्थिति और भी खराब हो जाती हो, मुँह में हवा घुसने से राहत मिलती हो, हलके से स्पर्श से भी दर्द हो तो —मेजेरियम-30 हर छह घंटे पर।
  • दांत दर्द, नर्व एक्सपोजर के कारण, प्रभावित अंग की ओर से लेटने और चुप रहने से राहत मिलती हो तो —हाइपेरिकम परफोरेटम-3 हर छह घंटे पर लें |
  • मासिक-धर्म के दौरान दांत दर्द हो, मुँह में हवा जाने या ठंडे पेय पदार्थ पीने से दर्द और भी ज्यादा बढ़ता हो तो —स्टेफाइसेग्रिया-30 दिन में तीन बार लें ।
  • दांत दर्द, गर्भावस्था के दौरान या अकलदाढ़ निकलने से, रात में स्थिति और भी खराब हो —मैग्नीशिया कार्बोनिकम-6 की एक खुराक रोजाना।
  • दांत दर्द, खासकर अधिक चाय कॉफी पीने वाले लोगों में, सड़े दाँत में असहनीय दर्द, मासिक-धर्म से पहले बढ़ जाता है—कॉफीया-30 हर दो घंटे के अंतराल पर।
  • दांत दर्द, मौसम या तापमान में परिवर्तन से—अमोनियम कार्ब-6 दिन में दो बार।
  • दांत दर्द, ठंडा पानी पीने से—मैग्नीशिया फॉस-200 की एक खुराक प्रतिदिन।
  • दांत दर्द, दाँत से आवाज गुजरने से, ठंडे पानी के प्रति संवेदनशील हो तो -थेरिडियान-3 एक्स पानी में एक बूंद मिलाकर रोजाना।
  • दांत दर्द, किसी गरम चीज का सेवन करने से, गरम कमरे में प्रवेश करने से या मासिक-धर्म अथवा गर्भावस्था के दौरान दांत दर्द हो तो -केमोमिला-200 की एक खुराक रोजाना।
  • दांत दर्द, सड़े दाँत में, रात में स्थिति बदतर, आराम के लिए उठकर टहलना जरूरी लगे (इस प्रकार का दांत दर्द अधिकांशतः गर्भवती महिलाओं में पाया जाता है)- मैग्नीशिया मुरिएटिकम-200 की एक खुराक प्रतिदिन। (गर्भवती स्त्री डॉक्टर की सलाह के बाद ही कोई दवा लें )
  • दांत दर्द, बाएँ निचले दो सिरोंवाले दाँत में, रात में और ठंडा पानी पीने से स्थिति बदतर-मरक्यूरियस आयोडेटस रूबर-30 हर छह घंटे पर।
  • दांत दर्द, चुभनवाला दर्द, चेहरे या कान तक जाता हो, अधिक लार और स्पंजी मसूड़े- मरक्यूरियस वाइवस और मरक्यूरियस सॉलिबिलस-30 दिन में तीन बार।
  • दांत दर्द की होम्योपैथिक दवा प्लांटेगो मेजर एक अच्छी औषधि है। इसे आंतरिक और बाह्य-दोनों रूपों में इस्तेमाल करना चाहिए। प्लांटेगो-क्यू बाहर से और खाने के लिए प्लांटेगो-30 दिन में तीन बार लें |
  • दांत दर्द, खाने के दौरान, किसी गरम या ठंडी चीज से दाँत का स्पर्श होने से स्थिति अधिक बदतर-काली कार्बोनेट-30 सप्ताह में एक खुराक लें ।

दांतों की देखभाल कैसे करनी चाहिए इसकी जानकारी के लिए पढ़ें यह पोस्ट दांतों की देखभाल के लिए 21 टिप्स 

दांत दर्द की होम्योपैथिक दवा लेते समय आपको कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। कभी भी दवाई को हाथों में न लें, बल्कि उसे सीधे ही मुंह में लें। होम्योपैथिक गोलियां लेने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप उन्हें जीभ के नीचे रखें या चूसें। कभी भी इन्हें पूरी तरह से न निगलें।

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