खुजली से छुटकारा पाने के लिए घरेलू आयुर्वेदिक दवा के नुस्खे

शरीर में खुजली होने की शुरुवात में अधिकांश लोग उस पर ध्यान नहीं देते हैं। जब खारिश अधिक बढ़ जाती है, तब परेशान होकर इलाज के बारे में सोचते है | खुजली एक त्‍वचा रोग है, जिससे व्‍यक्ति काफी परेशान, निराश और चिड़चिड़ा हो जाता है। इसलिए इसको दूर करने के उपाय करना बहुत जरूरी होता है। तो आइए, खारिश खुजली दूर करने के कुछ घरेलू उपायों के विषय में जानते है |

खुजली के कारण व लक्षण

  • त्वचा के रोग कई प्रकार के होते हैं- खाज, खुजली, दाद, फोड़ा, फुन्सियाँ, एग्जिमा, छाले, मस्से, खसरा आदि।
  • इसके प्रमुख कारणों में है अधिक गर्मी में रहना, पसीना, धूल मिटटी, मंदाग्नि, रक्त की खराबी, शरीर में अधिक गर्मी बढ़ जाना, सोडा, चूना, साबुन अधिक का शरीर पर अधिक प्रयोग करना आदि |
  • रक्त व पानी बहकर शरीर पर एक स्थान से दूसरे स्थान पर लग जाने पर, गन्दी मिट्टी तथा कुछ संक्रमण रोगों आदि कारणों से ऐसे त्वचा रोग हो जाया करते हैं।
  • सर्दियों में ठंडी हवा से त्वचा सूखकर खुरदरी हो जाती है तब तेज़ खुजली होती है। जोरों से खुजलाने पर त्वचा पर दरारे पड़ जाते हैं और फिर उनमें तेज़ जलन होती है।
  • खुजली एक संक्रामक रोग है खुजली के किसी रोगी से स्वस्थ स्त्री-पुरुष व बच्चों तक जीवाणु सरलता से पहुंचकर खुजली की उत्पत्ति करते हैं। इसलिए घर में किसी एक को खुजली हो जाने पर, उसके संपर्क में आने वाले दूसरे व्यक्ति भी खुजली के शिकार हो जाते हैं। प्रभावित व्यक्ति के कपड़े पहनने, उसके आसपास रहने से भी खारिश की बीमारी हो सकती है।
  • चिकित्सकों के अनुसार खारिश की उत्पत्ति अत्यंत सूक्ष्म जीवाणु ‘सार कोप्टिस स्केबी’ के संक्रमण से भी होती है।
  • रक्त दूषित होने पर शरीर के विभिन्न अंगों में नन्ही-नन्ही फुसियां निकलती हैं, फिर इन फुंसियों में खारिश होती है। जोरों से खुजलाने पर नाखूनों से ये छिल जाती हैं। फुंसियों में सूजन होता है तो अधिक खारिश व जलन होती है।
  • जीवाणुओं के संक्रमण के अतिरिक्त मधुमेह, टी बी रोग, अम्लपित्त, पीलिया आदि रोगों में भी खारिश होती है। मधुमेह रोग में स्त्री-पुरुषों के गुप्तांगों के आसपास अधिक खारिश होती है।
  • इनमें जलन, खुजली और दर्द के साथ-साथ त्वचा के ऊपर छोटे-छोटे दाने व चकत्ते होना, पानी व पीप निकलना आदि लक्षण दिखाई देते हैं।

खुजली दूर करने के घरेलू नुस्खे

खुजली से छुटकारा पाने के लिए घरेलू नुस्खे खुजली की आयुर्वेदिक दवा
खारिश खुजली से छुटकारा पायें
  • नारियल के 20 ग्राम तेल में 10 ग्राम नींबू का रस मिलाकर मालिश करने से त्वचा की खारिश ठीक होती है।
  • विटामिन ई के तेल के साथ एलोवेरा मिलाकर लगाने सेखाज खुजली को कम करने में मदद मिलेगी। यह त्वचा को पोषण और एक ही समय में सूजन को कम करने में सहायता करेगा
  • चमेली के तेल में नींबू का रस मिलाकर शरीर में मलकर नहाने से त्वचा की खारिश से मुक्ति मिलती है।
  • आंवले की गुठली को जलाकर राख बना लें, फिर उस राख में नारियल का तेल मिलाकर त्वचा की खारिश वाली जगह पर लगायें |
  • अजवायन 20 ग्राम मात्रा को 100 ग्राम पानी में उबालकर उस छने हुए पानी से खुजली से प्रभावित भाग को धोने पर खुजली का निवारण होता है।
  • नारियल के 50 ग्राम तेल में 10 ग्राम कर्पूर मिलाकर शरीर पर मालिश करने से त्वचा की खारिश में आराम मिलता है।
  • दालचीनी के पत्ते त्वचा के हर रोग के उपचार के लिए उपयोगी माने जाते हैं। रिंग वर्म से हो रही खुजली को दूर करने के लिए इसका रस या पेस्‍ट प्रभावित स्‍थान पर लगाने से काफी फायदा मिलता है।
  • अंकोल के बीज 25 ग्राम, मकोय का रस 50 ग्राम में पीसकर लेप करने से खुजली ठीक होती है और त्वचा की सुंदरता का विकास होता है।
  • अजवायन को पानी में पीसकर लेप करने से खारिश ठीक होती है।
  • 50 ग्राम सरसों के तेल में 10 ग्राम आक का दूध डालकर पकाएं। दूध जलकर नष्ट होने पर तेल की मालिश करें |
  • फोड़े-फुसियों के कारण खारिश होने पर नीम की छाल पानी के साथ घिसकर लगाने से बहुत लाभ होता है।
  • नींबू का रस बराबर मात्रा में अलसी के तेल के साथ मिलाकर खारिश वाली जगह पर मलने से हर तरह की खुजली से छुटकारा मिलता है।
  • नीम के 200 ग्राम पत्तों को जल में उबालकर इस पानी से नहाएं ।
  • दूध में चंदन या नारियल का तेल और कर्पूर मिलाकर लगाने से खारिश से राहत मिलती है।
  • कलौंजी के 50 ग्राम बीजों को पीसकर उसमें बिल्व के पत्तों का 10 ग्राम रस मिला लें। 10 ग्राम हल्दी मिलाकर इस लेप को प्रभावित अंग पर लगायें |
  • रक्त विकार से पैदा खुजली को ठीक करने के लिए नीम के पत्ते 6 ग्राम, काली मिर्च 10 दाने पीसकर सेवन करें।
  • लाल टमाटर का रस 50 ग्राम सुबह, 50 ग्राम शाम को पीने से त्वचा का सूखापन ठीक होता है और खुजली से आराम मिलता है।
  • केले के गूदे को नींबू के रस में अच्छी तरह पीसकर खुजली वाले भाग पर लगाने से खारिश में लाभ होता है।
  • चालमोगरा के तेल का सेवन करने से सभी प्रकार के चर्म रोग, खाज, चकत्ता, बंद कण्ठमाला, नासूर, दाद ठीक हो जाते हैं। चालमोगरा का तेल खाया व लगाया भी जाता है।
  • खाज, खारिश में लहसुन को पानी के साथ पीसकर लगाने से जल्दी लाभ होगा।
  • गन्ने का सिरका आधा चम्मच, शहद डेढ़ चम्मच दोनों मिलाकर त्वचा पर लगायें। सभी त्वचा रोगों से छुटकारा मिल जायेगा।
  • त्बचा रोग होने पर लाल मिर्च का पाउडर डालकर पकाये हुए सरसों के तेल लगाने से लाभ होता है।

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