बेरी बेरी बीमारी के कारण, लक्षण, उपचार तथा उचित खानपान
बेरी बेरी बीमारी की खोज 1897 में एजर्मन ने की थी | बेरी बेरी रोग किस विटामिन की कमी से होता है ? यह रोग विटामिन B1 (थायमीन) की कमी …
बेरी बेरी बीमारी की खोज 1897 में एजर्मन ने की थी | बेरी बेरी रोग किस विटामिन की कमी से होता है ? यह रोग विटामिन B1 (थायमीन) की कमी …
चिकन पॉक्स या छोटी माता (वेरीसैला) यह हरपीज वायरस वैरीसैला से होने वाला संक्रामक रोग है। इसके जीवाणु सांस नली के द्वारा शरीर में प्रवेश करते हैं और विभिन्न अंगों …
जब भी हम अपने खाने पीने पर ध्यान नहीं देते हैं या फिर कुछ ऐसा खा लेते हैं जिसे खाना ठीक तरह से नहीं पचा पाता है ऐसे में फूड …
पेलाग्रा (Pellagra) नाम का रोग शरीर में विटामिन बी-3 (vitamin B-3) की कमी से होता है। विटामिन बी-3 को नियासिन (Niacin) भी कहते हैं। इस आर्टिकल में हम पेलाग्रा बीमारी …
पिछले पोस्ट में हमने “हाइपोकैलेमिक पीरियोडिक पैरालिसिस” के रोगियों के लिए उचित आहार बताया था इस आर्टिकल में हम हाइपर कैलेमिक पीरियोडिक पैरालिसिस के मरीजो को क्या खाना चाहिए और किन …
पक्षाघात, (Paralysis) पैरालिसिस यानी लकवा, यूं तो कई प्रकार के होते हैं, पर मुख्यतः इन्हें दो भागों में बांटा जाता है। एक हाइपोकैलेमिक पीरियोडिक पैरालिसिस और दूसरा हाइपरकैलेमिक पीरियोडिक पैरालिसिस …
जब भी कभी असाध्य, जटिल या गंभीर रोगों की बात होती है तो सबसे पहला नाम कैंसर का आता है। जो किसी को, किसी भी उम्र में हो सकता है। …
आजकल के तनाव ग्रस्त जीवन और प्रदूषण के कारण याद रखने की कमजोर क्षमता, भूलने की समस्या Amnesia और अल्जाइमर रोग जैसे रोगों को काफी व्यापक बना दिया है | …
बदलती जीवनशैली, समय की कमी, प्रदुषण और खानपान में बदलाव की वजह से अक्सर महिलाओं में पीरियड (मासिक धर्म) के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग होना या माहवारी का कम होना या …
अक्सर बच्चो के पेट में कृमि (कीड़े) हो जाते है और कई बार बड़े व्यक्ति भी इस रोग का शिकार हो जाते हैं। अनेक प्रकार के परजीवी कृमि आंतों में …
पौरुष ग्रंथि (प्रोस्टेट) की सूजन यह ग्रंथि ठोस, अखरोट के आकार का अंग है। यह पुरुष की मूत्र नलिका के प्रथम भाग के करीब रहता है। यह मूत्राशय के नीचे और …
अन्य रोगों की तरह बुखार में भी सही खानपान का चुनाव आपको इस बीमारी से जल्दी ही छुटकारा दिला सकता है | दुनिया में सबसे ज्यादा पाई जाने वाली बीमारी …
जब हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) कमजोर होती है तो विभिन्न बीमारियां होने लगती हैं खास तौर से सर्दी जुकाम, खांसी, फ्लू जैसी आम बीमारियां बार-बार हो जाती …