काली सरसों के बीजों और तेल के फायदे तथा स्वास्थ्य लाभ
काली सरसों के बीज दांतदर्द, गर्दन दर्द, साँप और बिच्छू के काटने, घाव, मिर्गी विकार, सांस की समस्याएँ और गठिया जैसी समस्याओं के लिए एक अच्छा घरेलू उपाय है। त्वचा …
काली सरसों के बीज दांतदर्द, गर्दन दर्द, साँप और बिच्छू के काटने, घाव, मिर्गी विकार, सांस की समस्याएँ और गठिया जैसी समस्याओं के लिए एक अच्छा घरेलू उपाय है। त्वचा …
चंदन (Indian Sandalwood ) की पैदावार तमिलनाडु, मालाबार और कर्नाटक में अधिक होती है। इसका पेड़ सदाबहार, 30 से 40 फुट ऊंचा होता है। तने के बाहरी भाग में कोई …
आइये आज हम बात करते हैं एक ऐसे सुपर फूड की जिसे चमत्कारिक फूड भी कहते है, जो आजकल के भागदौड़ भरी जिंदगी में शरीर में सभी तरह के जरुरी …
मूसली का नाम तो आपने सुना ही होगा। यह ताकत बढ़ाने की कई तरह की आयुर्वेदिक दवाओं में प्रयोग की जाती है । इसका उपयोग कई तरह की अन्य बिमारियों …
इमली भारत का सदा हरा भरा रहने वाला विशाल पेड़ है, जो वर्षों तक फल देता रहता है। इस पेड़ की पत्तियों, फूल, फल, बीज, बीज का आवरण, छाल, लकड़ी, …
इन्द्रायण की बेल पूरे भारत में पाई जाती है यह एक लता होती है जो पूरे भारत के बलुई क्षेत्रों (रेगितानी मिटटी) में पायी जाती है यह खेतों में अपने …
ब्राह्मी का पौधा हिमालय की तराइयों में बहुतायत में मिलता है, जो बहुत अच्छी किस्म का होता है। यूँ तो ब्राह्मी सारे भारत में गीली तर भूमि या जलाशय के …
आयुर्वेद में शंखपुष्पी को उत्तम रसायन माना गया है। कई रोगों को ठीक करने में शंखपुष्पी के नतीजे काफी सकारात्मक आए हैं। शंखपुष्पी मस्तिष्क के स्नायुओं को ताकत देती है। …
पिप्पली छोटी और बड़ी दो प्रकार की होती है जो आमतौर पर दवा के रूप में प्रयोग की जाती है। पिप्पली के फूल 3 इंच लंबे होते हैं। गुच्छों में …
आचार्य बाणभट्ट ने सबसे पहले हृदय रोग यानि दिल की बिमारियों में अर्जुन पेड़ के औषधीय गुणों की खोज की थी । उसके बाद से इस पर बराबर शोध होते …
अर्जुन एक सदाबहार वृक्ष है, जिसकी ऊंचाई 60-80 फुट तक होती है। इसका तना मोटा एवं शाखाएं तने के चारों ओर फैली रहती हैं। इसके पत्ते 10-15 से.मी. लम्बे, 47 …
अमरबेल में कई ऐसे औषधीय गुण पाए जाते हैं जिनका उपयोग कई रोगों को आसानी से ठीक करने में किया जा सकता है। यह बेल लगभग देश के सभी राज्यों …
महर्षि चरक ने लिखा है, “आक में ऐसी आग है जो व्यक्ति के रोग को जलाती नहीं सुखाती है। आक किसी भी जगह अपने आप उगने वाली औषधीय वनस्पति है। …