किशोर लडको तथा पुरुषों में बाल झड़ने के कारण

बालों का उगना या बढ़ना और उनका गिरना एक नेचुरल प्रक्रिया होती है। एक सीमा तक यदि बाल गिर जाएँ तो फिर से उग आते हैं, लेकिन कुछ समय के बाद यह क्रिया बंद हो जाती है और वे फिर से नहीं उगते हैं। पुरुषों में बाल झड़ने का कारणों में एंड्रोजन हार्मोन प्रमुख कारण होता हैं। इसके आलावा पुरुषों में बाल झड़ने का कारण अनुवांशिक भी होता है जो पीढ़ी दर पीढ़ी चलता है यह माँ तथा बाप दोनों में से किसी से भी आ सकती है। यदि किसी के पिता गंजे हैं तो यह गंजापन पिता की ओर से आ सकता है। यह भी हो सकता है कि माता में बालों के झड़ने का जीन हो तो भी वह अपने बेटे को इसे जन्मजात दे सकती है। इस तरह गंजापन पीढ़ी-दर-पीढ़ी भी हो सकता है।

यहाँ यह जान लेना जरुरी होगा कि उम्र के साथ भी लोगों के बाल झड़ने लगते हैं और वे गंजे हो जाते हैं। यह क्रिया स्त्रियों में भी होती है; परंतु उनके बाल लंबे होने के कारण उनमें इसका पता नहीं चलता है। पुरुष छोटे बाल रखते हैं, इसलिए उनमें गंजेपन का जल्दी पता चलने लगता है।

बाल गिरने की समस्या स्थाई तथा अस्थाई दोनों हो सकती है। इससे पहले कि आप बालों के गिरने की समस्या से घबरा जाएं, आपको जान लेना चाहिए कि हमारे सिर से प्रतिदिन कुछ बाल जरुर गिरते हैं और इन बालों के स्थान पर नए बाल उगते हैं। यह प्रकृति का नियम है। हां, यदि बाल अधिक संख्या में या गुच्छों के रूप में गिरते हों तो ऐसी स्थिति में डॉक्टरी सलाह लेना जरुरी है। तो आइये, पुरुषों में बाल झड़ने के अन्य कारणों को भी जान लेते है |

पुरुषों में बाल झड़ने के प्रमुख कारण

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  • आनुवंशिक वजह से भी पुरुषो के बाल झड़ सकते है इसको हम पहले ही ऊपर बता चुके है, जैसे पिता के बाल कम उम्र में झड़ते रहे हों तो बेटे के भी कम उम्र में ही बाल गिरने शुरू हो जाते हैं।
  • बीमारी या दवा का साइड इफ़ेक्ट -स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ बाल रहते हैं। गम्भीर रोगों से पीड़ित रहने के कारण बाल कमजोर होकर गिरने लगते हैं। परन्तु यह अवस्था अस्थाई (टेम्परेरी) है। बीमारी के बाद अच्छा आहार, व्यायाम तथा आराम से बालों का दोबारा उगना शुरू हो जाता है।
  • इसके अतिरिक्त पुरुषों में बाल झड़ने का कारण त्वचा संक्रमण, बीमारियाँ, रसायनों, प्रदूषण और तेज़ धूप में अधिक समय तक बाहर घूमने से भी बाल झड़ने लगते है |
  • मेल हार्मोन एंड्रोजन के असंतुलन के कारण भी पुरुष अधिक गंजे होते हैं।
  • किशोर पुरुषों में बालों के झड़ने का कारण बनता है धुम्रपान, शराब का सेवन, फंगल इंफेक्शन, लेटेस्ट हेयर स्टाइल के लिए बालों में कलर करवाना या अधिक टेम्प्रेचर पर बालों की सेटिंग कारवाना, नींद कम लेना, खानपान पर ध्यान नहीं देना, मानसिक तनाव और विटामिन की कमी |
  • आहार लेने में की जानेवाली लापरवाही, जैसे अधिक जंक फ़ूड खाना, चटपटे पकवान खाना पापड़, अचार इत्यादि, शरीर में पानी की कमी, स्निग्ध पदार्थ जैसे शुद्ध घी का भोजन में बिलकुल प्रयोग न करना शरीर में विटामिन्स के अभाव में बालों को हानि पहुँचती है। पोष्टिक आहार की कमी के अलावा ज्यादा डायटिंग करना या भूखे रहना भी पुरुषों में बाल झड़ने का कारण होता है |
  • बालों की उचित देखभाल न करना, रासायनिक शैंपू का प्रयोग, बाल काले करने के लिए डाई का प्रयोग, कुछ दवाइयां जैसे दर्द निवारक दवा का ज्यादा प्रयोग कुछ बीमारियाँ जैसे एनीमिया, हार्मोस का असंतुलन, थॉयराइड ग्रंथि के विकार, सिर में सफेद दाग, पित्त की अधिकता व मानसिक तनाव, क्रोध, शोक, चिंता ऐसे कारण हैं, जिससे पुरुषों में बाल झड़ने की समस्या कम उम्र में ही आ जाती हैं।
  • पुरुषों में बाल झड़ने का एक बड़ा कारण धूम्रपान करना भी होता है, एक सिगरेट का धूम्रपान 25 मिलीग्राम विटामिन-C खत्म करता है। जब आप धूम्रपान करते हैं तो कार्बन मोनोक्साइड रक्त में प्रवेश कर लाल रक्त कोशिकाओं के ऑक्सीजन को कम करती है। चूंकि बालों का स्वास्थ्य रक्त कोशिकाओं के गुण तथा खून में ऑक्सीजन की मात्रा पर निर्भर है, इसलिए धूम्रपान से बाल तथा त्वचा दोनों को नुक्सान पहुंचाता है।
  • प्रदूषित वातावरण बालों की वृद्धि तथा सुन्दरता में एक बड़ी बाधा है। प्रदूषण द्वारा आन्तरिक तथा ऊपरी दोनों प्रकार की हानि होती है। वातावरण की धूल तथा मिटटी सिर पर एक परत सी बना देती हैं जिसकी वजह से बाल गिरने लगते हैं।
  • सिर के अस्थायी गंजेपन को एलोपीसिया एरीएटा कहते हैं। इस समस्या में सिर के बाल किसी एक या कई स्थानों से गिरकर गंजापन पैदा करते हैं। बिना बालों के ये स्थान साफ़ नजर आने लगते हैं तथा आपस में मिलकर बड़े टुकड़े (Patches) बन जाते हैं। इस प्रकार के गंजेपन के सही कारणों का पता नहीं लग सका है। समझा जाता है कि यह न्युरोलोजिकल गड़बड़ी या वंशानुगत कारणों से ऐसा होता है।
  • खून की कमी, आयरन की कमी, बालों की जड़ों में किसी रोग का होना, रूसी, बालों का पोषण रुक जाने अथवा धूप में हमेशा खुले सिर रहना भी पुरुषों में बाल झड़ने की वजह होती है |
  • बालों की उचित सफाई नहीं होने तथा कृमि एवं फंगस के कारण सिर में कई बार फुंसी, फोड़े, एग्जिमा, दाद, खाज-खुजली इत्यादि हो जाते हैं। इनके कारण भी बालों के रोम कूप नष्ट होने लगते हैं तथा बालों का झड़ना-गिरना प्रारंभ हो जाता है। इसके अतिरिक्त मानसिक तनाव भी इसके लिए उत्तरदायी है।
  • बुखार में रोगी के बाल रूखे एवं निस्तेज हो जाते हैं तथा झड़ने लगते हैं। पर जैसे-जैसे बुखार ठीक होने लगता है बालों का झड़ना अपने आप रुक जाता है। उसके बाद गिरे बालों के स्थान पर नए बाल उगने लगते हैं।
  • इसी तरह किसी पुरानी बीमारी या टाइफाइड आदि के बाद पुरुषों में बाल झड़ने शुरू हो जाते है। इसका मुख्य कारण इन बीमारियों के कारण अन्य अंगों की तरह रोम कूपों में भी कमजोरी का आ जाना है। शुरुवात में ये बाल झड़ते हैं मगर जैसे-जैसे व्यक्ति में शक्ति का नव-संचार होता है वैसे-वैसे रोमकूप भी मजबूत होने लगते हैं। इस कारण बालों के नष्ट हुए स्थानों पर फिर से नए बाल आने शुरू हो जाते हैं। अत: इन बीमारियों के बाद बालों के लिए चिन्तित होने के स्थान पर शारीरिक स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।
  • पुरुषों में बाल झड़ने का एक कारण भोजन में प्रोटीन की कमी भी होती है इसके लिए आवश्यक है कि भोजन में प्रोटीन की मात्रा बढ़ाई जाए। चना, सोयाबीन, राजमा आदि में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है। दूध से बनी चीजों का इस्तेमाल भी लाभकारी होता है। हमारे शरीर की त्वचा में चिकनाई बनाने वाली ग्रन्थियाँ होती हैं जो अपनी चिकनाई से बालों का पोषण करती हैं और इससे बाल कोमल रहते हैं तथा बढ़ते हैं। बालों का पोषण रक्त संचार द्वारा भी होता है। यदि खून का दौरा ठीक प्रकार से होता रहे तो बाल जल्दी बढ़ते हैं और कोमल तथा चमकदार रहते हैं। यदि इन दोनों ही में कोई खराबी पैदा हो जाय तो बाल झड़ने लगते हैं।
  • कॉरटीसोन एन्टी बायोटिक तथा कैंसर के उपचार में काम आने वाली दवाओं के सेवन से भी बालों पर बुरा प्रभाव पड़ता है और अत्यधिक बाल गिरते हैं। परन्तु इन दवाओं का सेवन बंद होते ही गिरे हुए बालों के स्थान पर नए बाल उगने लगते हैं।

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