लू लगने पर उपचार, लू से बचने के उपाय तथा लू लगने पर क्या करें ?

भारत के एक बड़े हिस्से में गर्मियों में तापमान के बहुत उच्च हो जाने से लू लगना एक आम बात होती है। लू किसे कहते है  ? गर्मियों में तीखी धूप लगने और बहुत गर्म हवा के संपर्क में आने से जब किसी व्यक्ति को अनेक शारीरिक तकलीफें पैदा हो जाएं, तो उसे लू लगना कहते हैं। इसमें व्यक्ति के शरीर का तापमान कट्रोल सिस्टम जवाब दे देता है। गर्मियों में शरीर से बार-बार और अधिक मात्रा में पसीना निकलते रहने के कारण शरीर में नमक, पानी और लवणों की कमी हो जाती है। इससे रक्त संचार में बाधा पहुंचती है तथा शरीर के तापमान एकाएक बढने लगता है, जिससे अच्छा-खासा व्यक्ति भी लू की चपेट में आकर बीमार पड़ जाता है। लू लगने पर डॉक्टर को दिखाने से पहले कुछ प्राथमिक उपचार करने से प्रभावित व्यक्ति को राहत महसूस होती है।

लू लगने पर घरेलू उपचार : Home remedies for sunstroke.

लू लगने पर घरेलू उपचार loo lagne ka ilaj symptoms first aid in hindi
लू से बचने के उपाय
  • कच्चा आम भून कर उसका गूदा पानी में मसलें। तैयार पने में गुड़, जीरा, नमक मिलाकर दिन भर में 3-4 बार पिएं।
  • लू लगने पर प्याज का रस निकाल कर कनपटियों, छाती, हाथ-पैर के तलवों पर मलें और पिएं कच्चे आलू का रस, खीरे का रस भी लगा सकते है | लू लगने पर कच्ची प्याज खाने से भी आपको लू नहीं लगेगी | लू लगने पर प्याज का रस पीने से फायदा होता है। भोजन में प्याज खाएं और 3-4 बार नाक से सूंघे ।
  • रोगी को प्याज का रस शहद में मिलाकर देना चाहिए।
  • इमली को भिगो कर उसका पानी पीने से लू लगने पर शरीर को ठंडक मिलती है ।
  • लू लगने पर कच्चे आम का पन्ना पीना भी फायदेमंद होता है इसको बनाने के लिए पांच या छह कच्ची आम्बियो को गर्म पानी उबाल ले फिर उन आम्बियो को कुछ देर के लिए ठन्डे पानी में डाल दे अब छिलके निकालकर इसको मैंगो शेक की तरह मिक्स करके इसमें जीरा, धनिय, चीनी, नमक, कालीमिर्च डालकर आम का पन्ना बना लें |
  • कच्चे नारियल का पानी प्यास लगने पर बार-बार पिएं।
  • नीबू की शिकंजी, दही, छाछ का पर्याप्त सेवन करें। छाछ की तासीर ठंडी होती है। इसमें काला नमक और जीरा पाउडर मिलाकर सेवन करने से गर्मियों में लू से बचने के लिए इसका सेवन नियमित रूप से करें |
  • आंवले का मुरब्बा, ककड़ी, खरबूजा, नारियल पानी, तरबूज, संतरा, फालसा, शहतूत, अनार का रस सेवन करें।
  • दोनों समय खाना खाने के साथ कच्चा प्याज सलाद के रूप में खाएं |
  • ठंडी तासीर वाली चीजे अपने खाने में शामिल करें जैसे सौंफ, इलायची, कच्चा प्याज, आंवला, बेलपत्र का रस, ब्राह्मी, धनिया, पुदीना और हरी मिर्च |
  • धनिए को पानी में डालकर रखें फिर मसलकर और छानकर पानी में थोड़ी चीनी मिलाकर पीने से लू से बचा जा सकता है ।
  • पुदीने के पत्ते, काला नमक जीरा मिलाकर चटनी बना कर खाएं |
  • शुद्ध शहद और ग्लूकोज पानी में मिलाकर बार-बार पिएं।
  • जौ के आटे में प्याज पीसकर मिला लें फिर शरीर पर इस स्क्रब को लगाने से लू लगने के कारण जो जलन होती है उससे राहत मिलती है
  • हलका, सुपाच्य आहार जैसे चावल का मांड, पतली खिचडी, मसूर की दाल का सूप पिएं।
  • गर्मियों में बेलपत्र का रस भी बहुत ठंडक पहुंचाता है तथा लू से भी बचाव करता है –  बेल के जूस को पीने के फायदे तथा बेलपत्र रस के औषधीय गुण

लू लगने के कारण :  Heat Stroke Causes

  • लू लगने के प्रमुख कारणों में गर्मी के दिनों में नंगे पैर, खुले बदन घूमना, धूप में कठोर परिश्रम करना, सिर पर टोपी, पगड़ी, छाता लगाए बगैर घूमना, ज्यादा गर्म स्थान पर रहना |
  • भूखे पेट, प्यासे रहना, एकदम गर्मी से आकर ठंडा पानी पीना, धूप में से आकर ठंडे कमरे में जाना और ठंडे कमरे से धूप में जाना |
  • अधिक गर्मी में व्यायाम, दौड़ना भागना आदि होते हैं।
  • जिन व्यक्तियों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है और शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्ति, बच्चों, मधुमेह के रोगी, मोटे लोगों तथा बुजुर्गों को लू लगने की ज्यादा आशंका होती है |
  • खिलाडी व ठण्‍डी जलवायु मे रहने वाले व्‍यक्ति भी जल्द ही लू की चपेट में आ जाते है |

लू लगने के लक्षण : Heat Stroke symptoms

  • लू लगने के प्रमुख लक्षणों में प्यास लगना, मुंह सूखना, शरीर में जलन, त्वचा लाल , गर्म और सूखी हो जाना, मांसपेशीयों में ऐंठन होना, पेट दर्द करना, गले में चुभन, आंखों, हाथ-पैर के तलवों में जलन, शरीर का तापमान बढ़ना, पसीना न आना, तेज बुखार (104 से 106 डिग्री फा.) होना |
  • नाड़ी की गति और सांस् तेज होकर सारे बदन में टूटन व दर्द महसूस होना, दिल की धड़कन बढ़ जाना, घबराहट, बेचैनी, आंखें अंदर धंस जाना, आंखों के चारों ओर कालापन, कमजोरी महसूस होना, हाथ-पांव कांपना, चेहरा लाल, पेशाब गर्म व पीला होना, डायरिया आदि देखने को मिलते हैं।
  • अत्‍यधिक प्‍यास का लगना बेहोशी जैसी स्थिति का होना, जी मचलना, भ्रम की स्थिति, सिर चकराना |

लू से बचने के उपाय : Heatstroke Prevention

  • लू से बचने के लिए खाली पेट बाहर न निकलकर भोजन करके ही निकलें।
  • दिन में अनेक बार एक-एक गिलास ठंडा पानी पिएं। यह भी पढ़ें – दस्त के घरेलू उपचार -27 बेहतरीन अतिसार उपचार
  • लू से बचने के लिए सिर को धूप से बचाने के लिए टोपी, पगड़ी, छाता लगाकर निकलें।
  • लू से बचने के लिए धूप में निकलने से पहलें पूरे शरीर को किसी कपड़े से कवर कर लें और सूती कपड़े ही पहने |
  • किसी छायादार ठंडे स्‍थान पर रहने का प्रयास करें।
  • गर्मियों में काले रंग ,रेशमी या सिंथेटिक के कपड़े न पहने |
  • धूप में निकलते समय आँखों पर गॉगल का प्रयोग करें |
  • लू चलने पर कूलर आदि का इस्तेमाल अवश्य करें।
  • गर्मी में लू से बचाव में सत्तू रामबाण दवा की तरह है। यह भुने चने और गेहूँ को पीसकर बनाया जाता है। यह एक ठंडा पेय है, जिसको गर्मी में पीने से शीतलता मिलती है। इसे चीनी या नमक मिलाकर पिया जा सकता है।
  • गर्मी में लू से बचने के लिए खस का शरबत पिये यह दिमाग को ठंडक पहुँचाता है और लू से भी बचाता है।
  • गरमी में गन्ने का रस सेहत के लिए गुणकारी ओषधि है। इसमें मौजूद विटामिंस और मिनरल्स शरीर को ऊर्जा और शक्ति प्रदान करते हैं। इसे पीने से आप लू से बचे रहते हैं।
  • चावल, जौ का पानी, केला, लस्सी आदि लेने से शरीर को ठंडक मिलती है और लू से बचाव होता है।
  • लू से त्वचा को झुलसने से बचाने के लिए Sunscreen Lotion जिसका SPF 30 या इससे ज्यादा हो, का उपयोग करें |
  • गर्मी के मौसम में माँस, मछली, अण्डा, गर्म मसाला, चाय और शराब आदि गर्म चीजों का प्रयोग त्याग दीजिये। पेट में कब्ज न रहने दीजिये।
  • गाड़ी दोपहर में अंदर से ज्यादा गर्म हो गयी है तो पहले शीशे खोलकर गाड़ी से बाहर निकलकर ऐ सी चला दें अंदर का तापमान सामान्य होने पर ही गाड़ी में बैठे |
  • हो सके तो दो पहिया वाहन तेज़ धूप और लू में ना चलाये |
  • तेज गर्मी में कड़ी शारीरिक मेहनत वाले काम ना करें |

लू लगने पर क्या करें : Heat Stroke First Aid

  • लू लगने पर प्रभावित व्यक्ति को किसी ठंडी जगह पर लिटा दें | जैसे ऐ.सी या कूलर के नीचे |
  • शरीर से फालतू कपड़े उतार दें ताकि त्वचा तक जल्द से जल्द ठंडक पहुंच सके | यह भी पढ़ें – गर्मियों में स्वास्थ्य की देखभाल के लिए टिप्स |
  • शरीर पर ठंडे पानी की पट्टियाँ रख कर तापमान कम करने का प्रयास करें | पानी से नहला भी सकते है |
  • गर्दन, बगल और जांघो पर तौलिये में बर्फ के टुकड़े रखकर इन अंगो पर रखें |
  • अगर रोगी बेहोश हो गया है और सांस नहीं ले पा रहा है तो कृत्रिम सांस दें |
  • लू लगने पर प्रभावित व्यक्ति हाथ पैरों की हल्के हाथों से मालिश करें। आँखों पर गुलाब जल में भिगोकर पट्टियाँ रखें |
  • रोगी को आराम से लिटाकर माथे पर ठंडे पानी की पट्टियां रखें।
  • लू लगने पर रोगी को कोई भी गर्म तासीर की खाद्य सामग्री ना दें जैसे कॉफ़ी, चाय, तली हुई चीजे आदि |

क्या ना खाएं ? : Avoid these foods in Summer.

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