हेयर डाई और कलर करने से पहले जाने ये 25 जरुरी टिप्स

बालों के असमय सफेद होने का कारण यह है कि हमारी त्वचा और बालों का रंग एक ही मेलिनिन से निर्धारित होता है। उम्र बढने के साथ-साथ पिगमेंट का बनना भी कम होते-होते रुक जाता है, जिसकी वजह से बाल धीरे-धीरे सफेद हो जाते हैं। यह प्राकृतिक क्रिया होती है कि एक बार बाल सफेद होने पर उन्हें कुदरती रूप से काला नहीं किया जा सकता, लेकिन आजकल सफेद बालों को काला करने का एक सरल तरीका है हेयर डाई ।

हेयर डाई के दो सेगमेंट होते है , प्राकृतिक डाई और रासायनिक डाई। प्राकृतिक डाई बालों को सुरक्षित रखती है तथा सिर की त्वचा की भी नुकसान नहीं पहुंचाती, जबकि रासायनिक हेयर डाई बालों की सेहत और संरचना के लिए नुकसानदायक हो सकती है।

बढ़ती आयु के साथ-साथ पहले सिर के इक्का-दुक्का बाल सफेद होते हैं। धीरे-धीरे यह संख्या बढ़ने लगती है सिर के इक्का-दुक्का सफेद बाल अक्सर लोग खींचकर निकाल देते हैं। सफेद बालों को कदापि नहीं खींचना चाहिए। यदि आप इक्का-दुक्का सफेद बाल निकालना चाहते हैं, तो बाल खींचने के बजाये छोटी कैंची से जड़ के निकट से काट देना चाहिए। और फिर कच्चे आंवले को पीसकर रस निकालें और जड़ों में लगाएं। कई बार ब्रश करते समय सफेद बाल अपने आप निकल आते हैं।

हेयर डाई और हेयर कलर करवाने से पहले जान ले ये सावधानियां |

हेयर डाई और हेयर कलर
हेयर डाई और हेयर कलर से जुडी सावधानियां
  • हेयर डाई या हेयर कलर में ‘पेरा ‘ नाम का रसायन होता है | कभी-कभी ‘पेरा ‘ रसायनों से त्वचा पर रिएक्शन होने की आशंका रहती है। ऐसे में त्वचा पर जलन होने लगती है। कई बार यह रिएक्शन रंगने के तुरन्त बाद न होकर अड़तालीस घण्टों के बीच कभी भी हो सकती है। इसमें त्वचा पर सूजन भी आ सकती है, जो धीरे-धीरे कानों, आँखों और कभी-कभी सारे चेहरे पर फैल जाती है। इससे एग्जिमा भी हो सकता है।
  • पहली बार हेयर डाई व हेयर कलर करने से पहले उन्हें त्वचा पर लगाकर अवश्य देखें। यदि 15 मिनट बाद वहां पर चकत्ते या दाने पड़ें तो इनका प्रयोग न करें। तब सिर्फ मेहंदी को ही डाई के रूप में प्रयोग करें
  • इसलिए हेयर डाई या हेयर कलर द्वारा बाल रंगने अथवा रंगवाने से पहले Skin Test जरुर करना चाहिए |
  • Skin Test करने के लिए एक कप में थोड़ा-सा घोल बना लें, जिसे ब्रश द्वारा कान के पीछे अथवा गरदन पर बालों के नीचे लगायें। रंग सूखने पर एक बार दुबारा लगाना चाहिए।
  • यह Test हाथो और कोहनी के अन्दर की कोमल त्वचा पर भी किया जा सकता है। इसे लगाने से पहले त्वचा को अल्कोहल या ईथर से पोंछ लें। यदि अड़तालीस घण्टे तक कोई रिएक्शन न हो, तो आप बालों को आराम से हेयर डाई या कलर लगा सकती हैं।
  • आवश्यक नहीं यदि एक बार प्रतिक्रिया नहीं हुई, तो यह परीक्षण हमेशा के लिए काफी होगा । अच्छा तो यह होगा कि आप हर बार बालों को हेयर डाई या कलर रंगने से अड़तालीस घण्टे पहले त्वचा टेस्ट कर लें।
  • बालों को हेयर डाई द्वारा रंगने पर यदि रिएक्शन या दुष्प्रभाव के लक्षण दिखलायी पड़े, तो घबराना नहीं चाहिए। इसके लिए तुरन्त किसी डाक्टर को दिखायें। उचित दवाइयों से दुष्प्रभाव ठीक हो जाता है।
  • हेयर डाई या कलर में मौजूद अमोनिया और ‘पेरा’ रसायनों के दुष्प्रभाव को ठीक करने के लिए बालों को लवण (सोडियम क्लोराइड) मिले पानी से अच्छी तरह धोना चाहिए।
  • इस घोल को तैयार करने के लिए लगभग दो लिटर पानी में दो बड़े चम्मच लवण मिलाकर, लगभग एक बड़ा चम्मच हाइड्रोजन पराक्साइड मिलायें और दिन में दो बार इससे बालों और त्वचा को साफ करें।
  • हेयर डाई या कलर का रिएक्शन होने पर डाक्टरी उपचार अवश्य करवाना चाहिए। यदि डाक्टरी सेवाएँ तुरन्त उपलब्ध न हों, तो दुष्प्रभाव वाले स्थान पर हर तीन घण्टे बाद नीचे लिखे घोलों में से किसी एक में रूमाल भिगो कर रखें। इससे जलन कम होगी और सूजन नहीं फैलेगी।
  • अन्य उपाय इस प्रकार हैं: साफ पानी में बोरिक पाउडर अच्छी तरह मिलाकर घोल बनायें।
  • कैमोमिल के दस फूल एक कटोरी में डाल कर उसमें उबलता हुआ पानी डालें। घोल ठण्डा होने पर छान लें। और लगाएं |
  • बालों को हेयर डाई या कलर वाले पैकेट पर लिखे दिशा-निर्देशों को सावधानी से पढ़ लें।
  • हेयर डाई या कलर हमेशा अच्छी Quality का बड़े ब्रांड का ही प्रयोग करें। और उसकी एक्सपायरी डेट जरूर चेक कर लें |
  • अलग-अलग कम्पनियों का कलर या हेयर डाई इस्तमाल ना करें हर बार एक ही ब्रांड का उपयोग करें |
  • हेयर डाई करने के उपरांत तेज धूप पड़ने से बालों को बचाएं क्योंकि इससे बाल रुखे और रंग हल्के हो सकते हैं।
  • अगर अमोनिया वाली हेयर डाई से आपको एलर्जी है तो आप प्रोटीन वाली डाई का उपयोग करें |
  • लगातार हेयर कलर या हेयर डाई करने से बालों में रूखापन आने की समस्या हो सकती है जिसको दूर करने के लिए आपको बार-बार हेयर स्पा और हेयर ट्रीटमेंट करवाना पड़ेगा, तो इस बात का ध्यान रखे की कहीं फैशन आगे चलके आपकी जेब पर भारी ना पड़ने लगे
  • यह भी अवश्य पढ़ें – सफेद बालों से छुटकारा पाने के लिए आसान घरेलू नुस्खे |

अगर आप इन परिस्थिति में है तो ना करवाए हेयर डाई और हेयर कलर :

  • यदि बाल झड़ने की गंभीर समस्या है तो हेयर डाई या कलरिंग नहीं करवानी चाहिए। यह भी पढ़ें – बालों का झड़ना- कारण और रोकने के उपाय
  • बालों में रूसी होने पर पहले उसका निदान करें, फिर हेयर डाई या कलरिंग करें। देखें यह लेख – बालों से रूसी हटाने के 34 घरेलू उपाय- Remove Dandruff
  • सिर में खुजली, फोड़े-फुंसी की शिकायत हो तो हेयर डाई या कलरिंग न करें।
  • बालों में मेहंदी का लेप लगा है तो कलरिंग न करें।
  • अस्थमा रोग और सांस से संबंधित अन्य रोगों से पीड़ित होने पर हेयर डाई या कलरिंग न करें।
  • प्रेगनेंसी यानि गर्भावस्था में कलरिंग न करें । अधिक जानकारी के लिए पढ़ें यह पोस्ट – गर्भावस्था में त्वचा और बालों की देखभाल के लिए टिप्स |
  • प्रसव (Delivery) के बाद जब तक आप बच्चे को अपना दूध पिलाती हैं।
  • यदि आप किसी त्वचा रोग से पीड़ित हैं।
  • मासिक धर्म के दौरान।
  • अगर आपके बाल अस्वस्थ है या उनमे कोई बीमारी है तो हेयर डाई करने से पहले उसका उपचार जरुर करवाएं।
  • यदि बाल रंगते समय आपको त्वचा पर हल्की हल्की जलन महसूस होती है।
  • यदि आपके बाल बहुत सूखे रहते हैं। Read more – हेयर कलर कैसे करें- जानिये बाल कलर करने का तरीका
  • यदि आप रासायनिक हेयर डाई इस्तेमाल करती हैं तो हेयर डाई करने के बाद हर्बल शैम्पू से ही सिर धोएं।
  • याद रखें रासायनिक डाई से बालों का प्राकृतिक तेल और नमी नष्ट हो जाती है।
  • हेयर डाई करने के बाद शैम्पू से धोएं और कंडीशनर जरूर लगाएं। कलरिंग के बाद डैंड्रफ शैंपू का इस्तमाल ना करें क्योंकि इस तरह के शैम्पू में मौजूद केमिकल्स बालों से कलर उड़ा सकते हैं।
  • संभव हो सके तो हर्बल डाई ही उपयोग में लाएं। यदि आप सिर्फ सफेद बालों को छिपाने के लिए बालों को हेयर डाई करना चाहती हैं तो अपने बालों का पुराना रंग ही चुनें।
  • हेयर डाई से रंगे हुए बालों के लिए खास शैम्पू का ही चुनाव करें। क्‍लेरिफाइंग शैम्‍पू का उपयोग करें |
  • बालों को कलर या हेयर डाई करने के उपरांत और बाल धोने के बाद conditioner जरूर लगाएं। Read This – कंडीशनर का उपयोग कैसे करे -Hair Conditioner Tips.
  • अगर आपकी त्वचा सेंसिटिव है तो बालों को रंगने से पहले किसी त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें की क्या हेयर डाई या कलर आपकी त्वचा पर सूटेबल हैं या नही |
  • हेयर डाई करने के बाद बालों को हल्के हाथ से रगड़कर सुखाएं, जोर से न रगड़ें।
  • पर्म किए बालों को कलर करने या हेयर डाई करने से पहले अपने हेयर ड्रेसर से परामर्श अवश्य लें ।
  • अगर आपके बाल दो-मुंहे और खराब हैं तो उन्हें घर पर खुद ही न रंगें। किसी कुशल हेयर ड्रेसर की मदद लें। Read this  दो मुंहे बालों की रोकथाम के लिए सुझाव |
  • अगर हेयर कलर से संतुष्ट नहीं हो तो सिरके में थोडा सा तेल मिलाकर बालों को दो तीन बार धोये कलर अपने आप निकल जायेगा |

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